- आम लोगों के बीच सीटी स्कैन वाले चिकित्सक के नाम से मशहूर है डॉक्टर अरुण कुमार चौधरी
- सब कुछ जानबूझकर अनजान बना हुआ है अस्पताल प्रशासन
परवेज़ अख्तर/सिवान : सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरुण कुमार चौधरी ने गरीब तबके के मरीजों को नाको दम कर दिए है। इनका ये रवैया लगातार छह महीनों से जारी है। जब-जब इनका ड्यूटी सिवान के सदर अस्पताल में पड़ रहा है। उस दिन गरीब तबके के मरीज काफी परेशान हो रहे हैं। यहां बताते चले कि इमरजेंसी वार्ड में कोई इमरजेंसी केस आ रहा है तो सबसे पहले वे अपने विराजमान कुर्सी से उठने का नाम नहीं ले रहे हैं। अगर मरीज के परिजनों द्वारा कहा भी जा रहा है तो वे उसे डांट फटकार लगाने में बाज नहीं आ रहे हैं।
अगर वे अपने विराजमान कुर्सी पर से मरीजों तक पहुंच भी रहे हैं तो पेट में दर्द हो या पैर में दर्द हो या किसी भी प्रकार के दर्द की शिकायत होने पर भी सीटी स्कैन समेत इतना न अत्यधिक जांच लिख दे रहे हैं। जिससे परिजनों की बेचैनी और बढ़ती जा रही है। यहां बताते चले कि इनका यह रवैया लगातार छह महीनों से जारी है और इस बात को सिवान सदर अस्पताल प्रशासन भली-भांति जान रही है लेकिन इन पर अब तक अस्पताल के वरीय पदाधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
यह शब्द आपको पढ़ने में थोड़ा सा अटपटा तो जरूर लगता होगा। लेकिन यह सच है आज मंगलवार की रात्रि जितने भी गरीब तबके के मरीज सदर अस्पताल में इलाज हेतु आ रहे हैं।अगर किसी मरीज के पेट में दर्द हो तो उस मरीज का भी यह ये चिकित्सक सीटी स्कैन तथा इतना न अत्यधिक जांच लिख रहे है।जिससे गरीब तबके के मरीज परेशान है।इनका यह रवैया लगातार छह महीनों से चलते आ रहा है। सूत्र बताते हैं कि इस चिकित्सक से जिले के चर्चित कई नामी-गिरामी जांच केंद्र से सांठगांठ है।वहां से इस चिकित्सक को एक बंधी बंधाई मोटी रकम मिलती है।
वैसे यह गरीबों का खून चूस कर लूटने वाले चिकित्सक के बारे में अस्पताल प्रशासन 6 महीनों से सब कुछ जानने के बावजूद अनजान बनी हुई है। अगर 6 महीने से दवा का पुर्जा का अगर जांच कराई जाए तो कोई ऐसा पुर्जा नहीं है जिसमें सीटी स्कैन व अन्य 2 या 4 जांच ना लिखा हो यह चिकित्सक उल्टी होने पर भी सीटी स्कैन लिखते हैं। यहां तक की इस चिकित्सक का सदर अस्पताल में इतना न तबाही है की आम लोगों ने इनका नामकरण सिटी स्कैन वाले डॉक्टर साहब की ड्यूटी है।कहने से बाज नही आ रहे है।