सिवान :- देश में वैश्विक महामारी कोरोना के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। देश में कोरोना संक्रिमतों की संख्या बढ़कर 11 लाख पार गयी है। कुछ ऐसे भी मामले देखने को मिल रहे हैं जहां इलाज के चलते मरीज को घंटो बीतने पड़ रहा है उसके बाद भी इलाज नहीं हो पा रहा है। इतने संघर्ष करने के बाद भी अगर इलाज नहीं हो पा रहा हो तो इसे आप क्या कहेंगे। बिहार राज्य में इस तरह के हालात आप को देखने के लिए मिल सकता है क्यूंकि यहां की स्तिथि खराब है। कोरोना संदिग्ध मरीज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर घंटों तड़पती रही , इस महिला के इलाज के लिए लाख मिन्नतें करनी पड़ रही है।
ऐसा ही एक मामला सूबे के सिवान जिले के सदर अस्पताल से सामने आया है जहां एक महिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर घंटों खुले आसमान के निचे बारिश में लेटी भीगते तड़पती रही और अस्पताल प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। एक तो सुबह से बारिश हो रही थी ऐसे में खुले आसमान के निचे महिला भीगते रही और इसका इलाज भी होने से रहा।
अस्पताल के सिविल सर्जन यदुवंश शर्मा ने कहा की वह कोरोना मरीज नहीं है। आगे इन्होने कहा की इस बात की सुचना हमे जिलाधिकारी के द्वारा दी गयी है और हमने तवरित मामले पर संज्ञान लिया।
सोशल मीडिया में ये खबर वायरल होने के बाद यूजर्स की ओर से दावा किया गया कि महिला को अस्पताल प्रशासन ने भर्ती कराया व उसका इलाज शुरू किया। कहा जा रहा है कि उसका कोरोना जांच भी कराया जाएगा।