परवेज अख्तर/सिवान: बिहार के माध्यमिक व प्लस टू स्कूलों में 37400 पदों के लिए आयोजित एसटीईटी 2019 परीक्षा उतीर्ण अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया ट्विटर के माध्यम से सरकार के समक्ष अपनी नियुक्ति की मांगों को रखा है. शिक्षकों की कमी के कारण राज्य के माध्यमिक विद्यालयों की बदहाल शिक्षा व्यवस्था व एसटीईटी 2019 के तीन विषयों के लंबित रिजल्ट को जारी करके शीघ्र नियुक्ति करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा सोशल मीडिया पर जोरदार तरीके से ‘बदहाल माध्यमिक शिक्षा बिहार’ व ‘एसटीईटी रिजल्ट एंड जॉइनिंग’ हैशटैग पर देश भर से बारह लाख से अधिक लोग ट्वीटर पर उनकी मांगों के पक्ष में दिखे. अभ्यर्थियों सुबोध कुमार सिंह ने बताया की मांग दिन भर सोशल मीडिया में टॉप ट्रेंड में शामिल रहा. अभ्यर्थियों की मांगों को आमलोगों का भरपूर साथ मिल रहा है. इसके अलावे सभी शिक्षक संगठन राजनीति दलों व कई युवा छात्र संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है.
एसटीईटी अभ्यर्थियों सुबोध कुमार सिंह का कहना है कि राज्य के माध्यमिक व प्लस टू विद्यालयों की नियुक्ति के लिए आठ वर्षों बाद एसटीईटी का आयोजन हुआ, जिसमें पहले से निर्धारित 37400 सीटों के लिए एक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया. विज्ञापन में स्पष्ट जिक्र था कि इसमें सीट के बराबर कोटिवार रिजल्ट जारी किए जाएंगे. मार्च महीने में तीन विषयों को छोड़कर जारी रिजल्ट में भी सीटों के बराबर या उससे कम ही अभ्यर्थी उतीर्ण हुए. .अब सरकार द्वारा इस बहाली को लेकर लगातार उदासीनता बरती जा रही है. ऐसे में वर्षों से प्रतीक्षारत शिक्षक अभ्यर्थियों का सब्र जबाब दे गया. कोरोना काल मे सड़क पर उतरना सम्भव नहीं है, अतएव अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर अपनी मांगों को उठाया एवं सरकार से आग्रह किया कि एसटीईटी 2019 उतीर्ण अभ्यर्थियों के नियुक्ति के मार्ग में कोई बाधा नहीं है ,इनकी नियुक्ति अतिशीघ्र करके राज्य की बदहाल माध्यमिक शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाया जाय.