परवेज़ अख्तर/सिवान:
ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन(AISF) के जिलास्तरीय कार्यशाला में जिले के विभिन्न हिस्सों से आए हुए छात्र सूचना के अधिकार(आरटीआई) एवं संगठन और छात्र आंदोलन के विभिन्न पहलुओं से रूबरू हुए। पहले सत्र में एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष एवं देश के चर्चित आरटीआई एक्टिविस्ट रंजीत पंडित ने कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोच्च है। जितना अधिकार संसद सदस्यों एवं अधिकारियों को है। उतना हीं अधिकार आम जनता को भी है। यह सूचना का अधिकार सुनिश्चित करता है। आरटीआई आम आदमी के लिए एक बड़ा हथियार है। आरटीआई के माध्यम से विभिन्न योजनाओं में पारदर्शिता की जाँच की जा सकती है तो किसी कार्यालय का निरीक्षण किया जा सकता है।जबकि दूसरे सत्र में एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि किसी भी संगठन के लिए कार्यकर्ता, कार्यक्रम, कोष एवं कार्यालय का होना आवश्यक है।
उन्होंने छात्र आंदोलन को सृजनात्मक बताते हुए कहा कि छात्र आंदोलन से सत्ता डरती है। देश में आज़ादी की लड़ाई के दौरान बने एआईएसएफ ने आजादी से पूर्व एवं बाद में अनेक लड़ाइयां लड़ी है।जिले में एआईएसएफ की हर कोने में विस्तार की आवश्यकता बताते हुए छात्रों की आवाज मुखर बनाने का आह्वान किया।इससे पूर्व उदघाटन करते हुए जलेस के राज्य सह सचिव मार्कण्डेय दीक्षित ने देश में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में खड़ा होने का आह्वान छात्रों से किया। एआईएसएफ के जिला संयोजक शशि कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत किया।सह संयोजक नीरज यादव ने सभा की अध्यक्षता की।वहीं उदय चौरसिया एवं आशुतोष यादव ने अतिथियों को सम्मानित किया।मौके पर गयासुद्दीन, नवीन कुमार, चंदन कुमार, मोइन अली, मिथिलेश कुमार, आदित्य, अश्विनी भारद्वाज, अमित कुमार यादव, दिनेश गुप्ता, मोनू कुमार चौबे, उमेश कुमार,र वि कुमार, आदित्य राज, परशुराम सिंह, आनंद मिश्रा सहित दर्जनों लोग शामिल थे।