परवेज़ अख्तर/सिवान: पुलिस लाइन में बुधवार की रात्रि अनुमंडलीय अग्निशमालय प्रभारी मुखिया राम की असामयिक मौत हो गई। इसके बाद पूरे अग्निशमन विभाग में मातम छा गया। मृतक कैमूर के बेलाव थाना क्षेत्र के नवहता गांव निवासी रामलोचन राम के पुत्र मुखिया राम हैं। मामले में अग्नि शमन विभाग में अग्निक के पद पर सिपाही रविकांत मंडल के फर्द बयान पर प्राथमिकी हुई है। जानकारी के अनुसार मुखिया राम बुधवार की रात्रि खाना खाकर पुलिस लाइन स्थित अपने कमरे में सोने के चले गए। जहां उन्होंने अपने कमरे को अंदर से बंद कर लिया। गुरुवार की सुबह रोल काल के दौरान अनुमंडलीय अग्नि शमन प्रभारी मुखिया राम दिखाई नहीं दिए।
उनका दरवाजा खोलवाने की कोशिश की गई परंतु दरवाजा नहीं खुल तो जिला अग्निशमन पदाधिकारी सह जिला समादेष्टा रवि कुमार को इसकी सूचना फोन पर दी गई। उनके आदेश पर दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर प्रभारी अचेत पड़े हुए थे। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर मौत की सूचना मिलते ही पूरे अग्निशमन विभाग में मातम छा गया। डाक्टर के मुताबिक मुखिया राम की रात्रि में ही ह्रदय गति रूकने से मौत हो गई थी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा की मौत कैसे हुई है।