परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जामो बाजार के दुकानदार जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे है. जिला प्रशासन का निर्देश है कि दूध,सब्जी, खाद-बीज,कृषि यंत्र सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं से जुड़ी दुकानें रोज की खुलेंगी, जबकि अन्य सामा वाली दुकानें एक दिन के अंतराल पर खुलेंगी. लेकिन जामो बाजार में इस गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है. रोज सभी प्रकार की दुकानें खोली जा रही हैं. नतीजतन बाजार में भीड़ लगाना व कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन लाजिमी है. रविवार को जिन दुकानों को खोलने का आदेश नहीं था, वे सभी दुकानें खुली रहीं. उदाहरण के तौर पर कपड़ा, रेडिमेड, जूता चपल, इलेक्ट्रॉनिक,पारचून आदि की दुकानें खुली थीं. बताया जाता है कि इस बाजार के 95 फीसदी दुकानदार जिला प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते हैं. यूं ही कहें कि जिला प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन के पांच प्रतिशत दुकानदार ही कर रहे है.
स्थानीय प्रशासन इसे लेकर मौन साधे हुए है. कोई भी अधिकारी जामो बाजार में चेकिंग करने नहीं आते हैं. जबकि जामो बाजार में ही थाना है. बताया जाता है कि स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण रविवार को बाजार में काफी भीड़ देखी गयी. वहीं दुकानदारों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन का मामला भी स्पष्ट नजर आया. अधिकांश दुकानदार व ग्राहक बिना मास्क के नजर आये. सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि बाजार में जामो चौक से लेकर गफ्फार मोड़ तक निगरानी रखना चाहिए, ताकि जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन हो सके व कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके. जिस दिन जिन दुकानों के खोलने का आदेश है, उन्हीं दुकानों को खुलवाया जाय. जिन दुकानों को खोलने का आदेश नहीं है, उन दुकानों को बंद कराया जाय. ताकि बाजार में लग रही अनावश्यक भीड़ को कम किया जा सके. बताया जाता है कि प्रशासनिक उदासीनता के कारण जामो बाजार में सुबह से लेकर रात के आठ बजे तक कुछ किराना का दुकान खुली रहती है.बहरहाल, प्रशासनिक उदासीनता से जामो बाजार में बेवजह भीड़ का लगना आम बात हो गयी है.