परवेज अख्तर/सिवान: शहर का कूड़ा फेंकने के लिए नौतन प्रखंड के अंगौता में खरीदी गई 12 बिगहा जमीन नगर परिषद प्रबंधन के लिए गले की हड्डी बन गई है। पहले से ही जमीन खरीदारी के मामले में प्रशासन समेत आमजन के निशाने पर रहे नगर परिषद के लिए 20 अप्रैल का दिन ब्लैड वेडनेस डे साबित हुआ है। जमीन खरीदारी में सरकारी राशि के दुरुपयोग के बाद डीएम के आदेश पर टाउन थाने में ईओ राहुलधर दुबे द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने नगर परिषद के तत्कालीन प्रधान सहायक किशन लाल को गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार को जेल भेज दिया है। इससे पहले सदर अस्पताल में पुलिस ने उसका कोविड जांच कराया। किशन लाल की गिरफ्तारी बुधवार की देर शाम उनके शहर के जेपी चौक से हुई थी।
वहीं इस मामले में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। हालांकि सभी आरोपित घर छोड़ भूमिगत हो गए हैं। इस मामले में नगर परिषद की तत्कालीन चेयरमैन सिंधू सिंह व कनीय अभियंता ओमप्रकाश सुमन समेत सात के खिलाफ टाउन थाने में डीएम के आदेश पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा कि अग्रिम जमानत के लिए आरोपितों ने एक सप्ताह पहले पटना हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन लिस्टिंग अभी नहीं हुई है। इधर, पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई के बाद नगर परिषद के भ्रष्ट कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। सभी की जुबान पर बस एक ही सवाल है कि अगला कौन, यानि की जमीन खरीदारी में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी में अब पुलिस किसे गिरफ्तार करती है। नगर परिषद के तत्कालीन प्रधान सहायक की गिरफ्तारी की चर्चा नगर परिषद कार्यालय से लेकर सफाई कर्मियों के गोदाम तक गुरुवार को होती रही।