परवेज अख्तर/सिवान: राजद के कद्दावर नेता और सीवान के पूर्व दिवंगत सांसद डॉक्टर मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है. राजद के एक कार्यकर्ता ने गृह मंत्रालय से ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है. जिसे स्वीकृति मिल गई है. गृह मंत्रालय में तैनात समन्वय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की संयुक्त सचिव सहेली घोष रॉय को अग्रेषित किया गया है.
सीवान के रहने वाले राजद नेता परवेज़ आलम ने गृह मंत्रालय से इसकी शिकायत की थी कि दिवंगत पूर्व सांसद डॉक्टर मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत की उच्च स्तरीय जांच कराई जाये. इन्होंने शहाबुद्दीन की हत्या की साजिश की आशंका जताई है. परवेज़ आलम सीवान जिले के प्रखंड अध्यक्ष हैं. परवेज़ की शिकायत को स्वीकत करते हुए इसे आगे भेजा गया है. फिलहाल इन्हें कोर्डिनेशन और इंटरनेशन कॉर्पोरेशन की जॉइंट सेक्रेटरी सहेली घोष रॉय के जवाब का इंतजार है.
राजद नेता परवेज आलम ने गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में मांग किया है कि सीवान के पूर्व दिवंगत सांसद शहाबुद्दीन की मौत संदेहास्पद है. ऐसा लगता है कि सुनियोजित और गहरी साजिश के साथ उनकी मृत्यु हुई है. उनके इलाज में भारी लापरवाही की गई हैं. आखिर क्या वजह रही थी दो बार विधायक और 4 बार सांसद रहने के बाद देश के प्रतिष्ठित एम्स में इलाज नहीं कराया गया. यह जांच का विषय है.
इन्होंने पूछा है कि क्या जेल मैनुअल में वर्षों तक सांसद विधायक रहे व्यक्ति का एम्स में इलाज कराना शामिल नहीं है? उनके निधन से पूरे बिहार सहित देश भर के विभिन्न हिस्सों में अल्पसंख्यक समुदाय की जनता काफी दुःखी है. गौरतलब हो कि शहाबुद्दीन की मौत बीते 1 मई को दिल्ली के दिन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हो गई थी. जिसके बाद से उनके समर्थकों में उनकी साजिश के तहत हत्या की आशंका व्यक्त की.