परवेज अख्तर/सिवान: सदर प्रखंड के धनौती की तीन मासूम बच्चियां माहे रमजान में रोजा रख रही हैं। उनके हौसले को देख उनके स्वजन भी काफी खुश हैं तथा खुदा की इबादत समझ उन बच्चियों का उत्साह बढ़ा रहे हैं। वहीं इन बच्चियों ने छोटी आयु में रोजा रखकर रोजा न रखने वाले को नसीहत दी है कि हर मुसलमान पर रोजा फर्ज है, इसके बावजूद भी उम्रदराज लोग रोजा नहीं रखते हैं। रोजा हर आकिल व बालिग पर फर्ज है। ज्ञात हो कि धनौती निवासी महमूद सैफी की छह वर्षीया पुत्री आलिया परवीन,इमरान सैफी की आठ वर्षीय पुत्री रौशन परवीन एवं छह वर्षीया आफिया परवीन ने माहे रमजानो में रोजा रखा है। ये तीनों शनिवार को दूसरा रोजा मुकम्मल की।
आलिया परवीन की मां अनवरी खातून व आफिया परवीन की मां रेहाना खातून ने बताया कि घर के अन्य सदस्यों को रोजा करते देखकर इन बच्चियों में ललक जगी कि हम लोग भी माहे रमजान में रोजा रखेंगे। इनके उत्साह को देख हमलोगों ने हामी भर दी। नन्हीं बच्चियां रोजा रखने के साथ-साथ इस्लामिक पाबंदी के साथ कुरान शरीफ की तिलावत भी कर रही हैं। ज्ञात हो कि माहे रमजान शुरू होते ही अल्पसंख्यक समुदाय के सभी घरों में चहलकदमी बढ़ गई है। रमजान के महीने में ही कुरान नाजिल हुई, इसलिए हर घरों में कुरान शरीफ की तिलावत की जा रही है। रमजान के महीने में कुरान की तिलावत करने का एक अहम सवाब है।