परवेज अख्तर/सिवान: जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र में होने वाले फर्जीवाड़ा को रोकने व आम लोगों को कार्यालयों का चक्कर लगाने से निजात देने के लिए तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में सोमवार को सदर प्रखंड कार्यालय सभागार में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने व पंजीकरण करने को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रशिक्षकों ने बताया कि जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने के लिए लोगों को पंचायत सेवक का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। इसके लिए आंगनबाड़ी सेविका को 0 से 21 दिन तक जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए उप रजिस्ट्रार बनाया गया है। इससे लोगों को जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में सहूलियत होगी। बताया गया कि जन्म मृत्यु एक प्रमाणिक दस्तेवाज है। जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र का निबंधन अति आवश्यक है।
जन्म प्रमाण-पत्र की उपयोगिता के बारे में बताया गया कि जन्म की तारीख का प्रमाण यह प्रमाणित दस्तावेज है। यह स्कूल में दाखिला, राशन कार्ड बनाने, वोटर कार्ड व पासपोर्ट बनवाने में काफी उपयोगी है। इसी प्रकार मृत्यु प्रमाण पत्र मृत्यु की तारीख का प्रमाणित दस्तावेज है। पैतृक संपति के दावे के निराकरण में उपयोगी है। जीवन बीमा के लिए तथा बैंक खातों में उपयोगी है। प्रशिक्षण में प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी कुमार रामानुज, कृष्णा प्रसाद माझी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सतीश कुमार तिवारी, पंचायत सचिव जगन्नाथ चौधरी, कार्यपालक सहायक राजेश कुमार, प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, सरिता देवी, पिंकी परवीन, राहुल कुमार सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।