परवेज अख्तर/सिवान: जिले में कई दिनों से हाड़कंपा रही ठंड से जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। तेज पछुआ हवा ने कनकनी बढ़ा दी है। पछुआ हवा ने लोगों के दैनिक कार्य पर काफी प्रभाव डाला है। पछुआ हवा का कहर इस कदर है कि लोग घर के बाहर निकलना भी उचित नहीं समझ रहे हैं। मंगलवार की सुबह कोहरे के कारण सड़क पर चलना भी मुश्किल था। वाहन चालक लाइट जला ड्राइविंग करते देखे गए। साथ ही पूरे दिन सूर्य के दर्शन नहीं हुए। ठंड से बचने के लिए लोग घरों में बिस्तर में दुबके या अलाव तापते नजर आ रहे हैं। गलन भरी ठंड से रिक्शा, ठेला, दैनिक मजदूर, फुटपाथों पर काम करने वाले समेत अन्य लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में नाराजगी भी है। कुछ जगहों पर जनप्रतिनिधियों द्वारा अलाव की व्यवस्था होने से लोग कुछ राहत महसूस कर रहे हैं।
जहां प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं हुई तो ग्रामीण अपने स्तर से अलाव की व्यवस्था कर ठंड से निजात पाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गलन भरी ठंड के कारण वाहन पड़ाव में सन्नाटा पसरा दिख रहा है। जहां वाहन स्टैंडों पर यात्रियों की चहल-पहल रहती थी वहां ठंड के कारण सन्नाटा परा हुआ है। वाहन चालक यात्रियों के इंतजार करते देखे जा रहे थे। इधर बाजारों में ठंड से बचने के लिए गर्म कपडे़ की खरीदारी के लिए दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी जा ही है। इस प्रकार कंबल, चादर, कोट, स्वेटर आदि दुकानदारों की चांदी कट रही है। इसके अलावा बाजारों में चाय एवं अंडा की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है। लोग ठंड से बचने के लिए चाय, काफी एवं अंडा का सेवन करते नजर आ रहे हैं।
पशुपालकों को हो रही परेशानी:
कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड से पशुपालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वे ठंड में पशुओं के खिलाने एवं आहार जुटाने में उन्हें पेरशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठंड में पशुओं को देखभाल करना उनके समक्ष एक बड़ी समस्या हो गई। ठंड के मौसम में उन्हें पशु चोरों से भी सावधान रहना पड़ रहा है।