सिवान: सोमवती अमावस्या पर पूजा-अर्चना कर की गई सुख-समृद्धि की कामना

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पीपली के वृक्ष की 108 बार परिक्रमा व रक्षा सूत्र बांधकर पति की दीर्घायु के लिए मांगा वरदान

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परवेज अख्तर/सिवान: जिला मुख्याालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार को सुहागिन महिलाओं ने मंदिरों में पीपल वृक्ष के समक्ष भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की। साथ वृक्ष की 108 बार परिक्रमा कर रक्षा सूत्र बांधकर अपने पति की दीर्घायु व सुख-समृद्धि की कामना की। सुबह से ही गली मोहल्लों में महिलाएं पूजन की तैयारी में जुट गई थीं। स्नानादि के बाद महिलाएं दूध, घी, हल्दी ,चंदन आदि सामग्रियों से विधि -विधान से भगवान वासुदेव का पूजन कर फल और मिष्ठान का प्रसाद चढ़ाया और फिर 108 परिक्रमा कर परिवार में सुख-शांति और समृद्धि की आशीर्वाद मांगी। इस दौरान ब्राह्मणों से कथा भी सुनी गई।

साथ ही यथासंभव अन्न एवं शृंगार की ढेर सारी सामग्रियों का दान किया। आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि अमावस्या सभी तिथियों में एक विशिष्ट पर्व है, परंतु सोमवती अमावस्या का एक विशेष फल माना गया है। पूजन को लेकर शहर के श्रीनगर, महादेवा, कागजी मोहल्ला समेत अन्य स्थानों पर महिलाओं की भीड़ लगी रही। आचार्य ने बताया कि सोमवती अमावस्या का दान-स्नान सभी पापों का नाश करता है। इस दिन व्रत रहकर स्नान-दानादि करने से संतान को सुख तथा अक्षय धन-संपदा की प्राप्ति होती है। स्त्रियों को वैधव्य नहीं होता है और चिरकाल तक सौभाग्य मिलता है। इस दिन मौन रहकर स्नान करने से सहस्त्र गोदान का फल प्राप्त होता है।