- स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सभी सिविल सर्जन को जारी किया निर्देश
- साफ-सफाई के लिए सफाई कर्मी व मजदूर की व्यवस्था करने का निर्देश
छपरा: अब आइसोलेशन सेंटर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा तथा आइसोलेशन सेंटर की नियमित साफ-सफाई की जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सभी जिला अधिकारी व सिविल सर्जन को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में आइसोलेशन सेंटर की साफ-सफाई एवं हाउसकीपिंग के संबंध में समुचित निर्देश दिए गए हैं। पत्र में आइसोलेशन सेंटर की साफ सफाई का कार्य जिला स्तर पर पूर्व से निर्धारित आउट सोर्स एजेंसी के माध्यम से कराये जाने की बात कही गयी है. साथ ही किसी कारण आउटसोर्स एजेंसी द्वारा आइसोलेशन सेंटर की समुचित साफ-सफाई नहीं होने की स्थिति में सफाई कर्मी की व्यवस्था बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा निर्धारित मानदंड एवं दैनिक पारिश्रमिक के आधार पर करने के निर्देश दिए गए हैं.
नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश
जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक आइसोलेशन सेंटर की नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए दैनिक मजदूर के रुप में रखे गए सफाई कर्मी को झाड़ू ,पोछा, वाइपर और बाल्टी , डस्टर, 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग पाउडर, फिनायल लिक्विड, फिनायल गोली, हरपिक आदि समुचित मात्रा में उपलब्ध कराया जाएगा. पत्र में यह बताया गया है कि साफ-सफाई व सेनिटाईजेशन कार्य का पर्यवेक्षण सेंटर के प्रभारी पदाधिकारी करेंगे तथा इनके द्वारा किए गए सत्यापन के आधार पर ही आउटसोर्स एजेंसी या सफाई कर्मी को भुगतान किया जाएगा।
कोविड-19 से बचाव के लिए साफ-सफाई जरूरी
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए साफ सफाई का विशेष महत्व है। इसलिए अपने आसपास तथा कार्यस्थल का नियमित रूप से सफाई करें ताकि कोरोना के संक्रमण के साथ-साथ अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव किया जा सके।
नियमित रूप से किया जाएगा सैनिटाइजेशन
अब आइसोलेशन सेंटर को नियमित रूप से सैनिटाइजेशन किया जाएगा। इसको लेकर भी आवश्यक दिशा- निर्देश जारी किया गया है। आइसोलेशन सेंटर के नोडल पदाधिकारी को नियमित साफ-सफाई तथा सैनिटाइजेशन का कार्य सुनिश्चित कराने के लिए निर्देश दिया गया है।
थूकने की आदत में हो रहा सुधार
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जिस तरह पोस्टर, बैनर के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाई गई है, उससे स्वच्छता अभियान को भी गति मिल रही है। राह चलते, ऑफिस व सार्वजनिक जगहों में इधर-उधर थूकने की आदत में सुधार हो रहा है। क्योंकि जो लोग पहले देखकर भी इग्नोर कर देते थे अब वहीं टोकने से भी नहीं चूक रहे है। कोरोना से बचाव को लेकर इधर उधर थूकने पर जुर्माना का प्रावधान किया गया है।