मां मरियम की प्रतिमा के सामने मोमबती जलाकर मांगी दुआएं एक-दूसरे को दी बधाई
परवेज़ अख्तर/सिवान:
कड़ाके की ठंड के बीच आधी रात जन्मे यीशु तो शहर के चर्च में स्वागत और जश्न से सराबोर हो गये. चर्च में इस दौरान मिसा पाठ किया गया. उसके बाद जश्न के बीच गौशाला की चरनी में मरियम के लाल ने जन्म लिया. शहर के विभिन्न स्थानों पर गुरुवार को धूमधाम से क्रिसमस-डे के अवसर पर ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया गया. इस दौरान नगर के महादेवा रोड स्थित फूल गोस्पल चर्च में प्रार्थना सभा के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. क्रिश्चियन श्रद्धालुओं के अलावा अन्य लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. सभी स्थानों पर माता मरियम की गोद में प्रभु यीशु को लिए प्रतिमा भव्य रूप से सजायी गयी थी.
बच्चे सांता क्लॉज के रूप में मस्ती कर रहे थे और एक्समस-ट्री को सजा कर खुश हो रहे थे. श्रद्धालु मोमबत्ती जलाकर अमन और शांति की कामना कर प्रभु यीशु का जन्मदिन मना रहे थे. ईसाई समुदाय के बीच उत्साह का माहौल रहा . सुबह से लेकर रात तक लोग परिजनों के घर जाकर त्योहार की शुभकामनाएं देते रहे. वहीं दूसरी ओर सांता के हाथ मिलते हुए चरनी के सामने और एक दूसरे से गले मिले. लेकिन कोविड-19 के जैसे इस संक्रमण के दौर में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया. जिसके कारण कुछ खुशिया फीकी रह गयी.