परवेज़ अख्तर/सिवान:
हसनपुरा में किसानों को स्टेट बोरिंग की सुविधा नहीं मिलने से खेती पर बुरा असर पड़ रहा है। विभागीय उदासीनता के चलते किसान लघु सिंचाई की सुविधा से वंचित हो रहे हैं। दाहा नदी के किनारे व अन्य जगहों पर सिंचाई के लिए स्टेट बोरिंग की सुविधा दी गयी है। कुछ साल पहले ये सभी नलकूप चालू हालत में थे। इधर, तीन साल पहले सभी स्टेट बोरिंग को जीर्णोद्धार भी किया गया था। बावजूद ये सभी स्टेट बोरिंग फिलहाल बंद पड़े हैं। उसरी बुजुर्ग पंचायत में दो स्टेट बोरिंग की रिपेयरिंग की गई है। जलालपुर, रजनपुरा व लहेजी में स्टेट बोरिंग हैं। बावजूद किसानों को इससे कोई फायदा नहीं हो रहा है। एक समय था कि बिजली सुविधा नहीं रहती थी।
आज पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध है। इसके लिए अलग फीडर से सप्लाई भी दी जाती है। किसानों को सिंचाई सुविधा बहाल करने के उद्देश्य से लघु सिंचाई विभाग द्वारा स्टेट बोरिंग लगाए गए थे। पूर्व में स्टेट बोरिंग के माध्यम से किसानों को अपने फसल की सिंचाई की सुविधा मिलती थी। बाद में विभागीय उदासीनता से यह योजना प्रखंड के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है। उसरी खुर्द, लालनचक, रजनपुरा व जलालपुर के किसानों ने बताया कि उन्हें सिंचाई के लिए महंगे डीजल व पम्पसेट का सहारा लेना पड़ रहा है। कई बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों से खराब स्टेट बोरिंग को ठीक करवाने और चालू करवाने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया। इस दिशा में साकारात्मक पहल नहीं होने से किसानो में मासूसी है।