- एसपी शैलेश कुमार सिन्हा स्वयं जीरादेई थाना पहुंचे और घंटों अयूब खान से की पूछताछ
- तीन युवकों को अगवा कर ठिकाना लगाने का है आरोप
- कोर्ट में पेशी की सूचना पर पहुंचे थे लोग
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
जिला पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए शनिवार की देर शाम अयूब खान को गैंगटॉक से लौटने के क्रम में पूर्णिया से गिरफ्तार कर लिया।अयूब खान पर जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले तीन युवकों को अगवा कर ठिकाना लगाने का आरोप है।वहीं देर रात पुलिस अयूब को लेकर जिला पहुंची और गोपनीय तरीके से जीरादेई थाना में बंद कर पूछताछ में जुट गई।पूछताछ के लिए एसपी शैलेश कुमार सिन्हा स्वयं जीरादेई थाना पहुंचे और घंटों अयूब खान से पूछताछ की।इसके बाद पुलिस टीम ने कई संदिग्ध जगहों पर छापेमारी की। इधर अयूब खान को सिवान लाने की सूचना मिलते ही लोग अपने स्तर से पुलिस कार्रवाई की जानकारी लेने में जुट गए।वहीं कोर्ट में रविवार को जज की उपस्थिति देख लोगों ने यह अनुमान लगाना शुरू कर दिया कि पुलिस अयूब खान को पेशी के लिए लाएगी लेकिन खबर प्रेषण तक अयूब को लेकर पुलिस कोर्ट नहीं पहुंची थी।इधर अयूब खान की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कुछ भी कहने से कतराती रही।
कोर्ट में पेशी की सूचना पर पहुंचे थे लोग:
अयूब खान की गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेशी की सूचना जैसे ही लोगों को मिली काफी संख्या में लोग सीजेएम कोर्ट के बारह एकत्रित हो गए थे लेकिन देर शाम तक पुलिस द्वारा अयूब की पेशी नहीं किए जाने के बाद सभी अपने अपने काम को लौट गए।
तीन युवकों को अगवा कर ठिकाना लगाने का है आरोप:
अयूब पर सिवान के तीन युवकों को अगवा कर ठिकाना लगाने का आरोप है। इस मामले में नगर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज हुई है।प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस अयूब खान की तलाश में दिन रात जुटी थी।बतादें कि सात नवंबर को तीन युवक शहर से कही निकलें और आठ नवंबर को उनके काले रंग की स्कार्पियो गोपालगंज के मीरगंज थाना क्षेत्र के सबेया के पास लावारिस हालात में पुलिस ने बरामद की थी, लेकिन तीनों युवक का सुराग नहीं मिला।तीनों युवक शहर के रामनगर निवासी विशाल सिंह, हुसैनगंज थाना क्षेत्र के पैगंबरपुर निवासी अंशु सिंह,जीरादेई थाना क्षेत्र के भलुआ निवासी परमेंद्र यादव हैं। मामले में पुलिस ने विशाल के दोस्त संदीप को गिरफ्तार किया था।संदीप ने पूछताछ के बाद अयूब खान का नाम लेते हुए तीनों युवकों को ठिकाना लगा देने की जानकारी दी थी। इसके बाद नगर थाना में विशाल सिंह की मां के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई और पुलिस एसआइटी की मदद से उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी।