परवेज़ अख्तर/सिवान:
कोरोना संकट की मार से जूझ रहे शहर के रेहड़ी, पटरी लगाने वाले छोटे कारोबारियों को सरकार द्वारा आत्मनिर्भर बनाने व लॉकडाउन के दौरान वित्तीय घाटे से उबारने के लिए स्व निधि योजना के तहत 10 हजार रुपए तक के लोन का तोहफा दिया है, लेकिन शहर के स्ट्रीट वेंडरों ने रुचि नहीं लिया। इस कारण यह योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है। नगर परिषद कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर क्षेत्र के 622 स्ट्रीट वेंडरों ने ही अबतक अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। जबकि देखा जाए तो नगर क्षेत्र में करीब दो हजार से ढ़ाई हजार स्ट्रीट वेंडर अपनी जीविकोपार्जन के लिए दुकानें लगाते हैं। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कपिलदेव कुमार ने बताया कि योजना का लाभ देने के लिए व्यापक रूप से प्रचार प्रसार भी किया गया है, बावजूद इसके स्ट्रीट वेंडर योजना का लाभ पाने के लिए रूचि नहीं ले रहे है।
60 आवेदकों में 18 को मिल चुका है योजना का लाभ
प्रधानमंत्री स्व निधि योजना का लाभ लेने के लिए 311 रेहड़ी, पटरी लगाने वाले छोटे कारोबारियों ने अबतक अपना आवेदन जमा किया है। इसमें से 60 आवेदनों को विभाग के स्तर से स्वीकृति भी दी जा चुकी है। जबकि 18 स्ट्रीट वेंडरों को योजना का लाभ भी मिल चुका है। उनके खाते में योजना के तहत मिलने वाली राशि दस हजार रुपये भेज दी गई है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
विभाग द्वारा योजना को लेकर प्रचार प्रसार के माध्यम से स्ट्रीट वेंडरों को जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद भी वेंडरों द्वारा रुचि नहीं दिखाई जा रही है। इसको लेकर स्ट्रीट वेंडरों के साथ मीटिग कर उन्हें योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही विभाग में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वालों को रजिस्ट्रेशन कराने को कहा जाएगा।
कपिलदेव कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी
नगर परिषद सिवान