परवेज अख्तर (संवाददाता), सिवान: कोरोनाकाल में मौत होने के बाद बड़े पैमाने पर नदियों में शवों को प्रवाहित करने के मामले को ले जिले ने घाटों पर होमगार्ड जवान तैनात किया है. जिले में सरयू नदी सबसे महत्वपूर्ण नदी है। यूपी और बिहार की सीमा पर स्थित है. सरयू नदी के तट पर दरौली सहित सिसवन, रघुनाथपुर व गुठनी में कई स्थानों पर शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. इस वजह से सरयू नदी के तटों पर निगरानी की जा रही है. पूर्व में सिसवन की तरह दरौली में भी घाट पर होमगार्ड के जवान तैनात किया गया है.
अधिकारी विभिन्न घाटों पर किए जा रहे अंतिम संस्कार की भी निगरानी कर रहे हैं, ताकि लोग अंतिम संस्कार के दौरान भी सबको आधी अधूरी यानि अब अधजला शव छोड़ कर के घर वापस नहीं लौट सके. दरौली अंचलाधिकारी आनंद कुमार गुप्ता ने लोगों से भी अपील की कि कोरोना वायरस या अन्य लक्षण वाले अगर मरीजों की मौत हुई होगी, तो परिजन गाइडलाइन का पालन करते हुए अंतिम संस्कार करेंगे. किसी भी शव को सरयू नदी या अन्य नदियों तथा तालाबों में प्रवाहित नहीं करेंगे. इस प्रखंड क्षेत्र में अभी-अभी शव को प्रवाहित करने की सूचना नहीं मिल रही है. हालांकि सरयू नदी के तटों पर अंतिम संस्कार के लिए आने वाले शवों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है. पहले की अपेक्षा काफी ज्यादा शव अंतिम संस्कार करने के लिए आ रहे हैं.