- माल गोदाम में खड़ी मालगाड़ी के इंजन में आग लगाकर जलाने का किया प्रयास
- लाठीचार्ज के बाद उपद्रवी छात्रों ने पुलिस पर किया जमकर पथराव
परवेज अख्तर/सिवान: केंद्र सरकार द्वारा तीनों सेनाओं में अग्निपथ योजना के तहत युवाओं के 4 साल के लिए बहाली की योजना के विरोध में सैकड़ों छात्रों ने गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे सिसवन ढाला के रेल ट्रैक पर आगजनी एवं अवरोध रखकर लगभग साढ़े पांच घंटे तक छपरा-गोरखपुर रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन पूर्ण रूप से बाधित कर दिया. हालांकि प्रारंभ में ही जिला प्रशासन के अधिकारी, पुलिस प्रशासन के अधिकारी एवं रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी उग्र छात्रों से बातचीत कर ट्रैक को खाली करने का अनुरोध किया. कई दौर की बातचीत के बाद जब कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी सिसवन ढाला के समीप कैंप कर दिया. लेकिन अपराहन 2:30 बजे जब प्रदर्शनकारी छात्रों ने माल गोदाम में खड़ी एक मालगाड़ी के इंजन में आग लगाकर जलाने का प्रयास किया तो अधिकारियों के धैर्य की सीमा टूट गई.
उसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठी चार्ज कर सिसवन ढाला से खदेड़ दिया. थोड़ी देर बाद उग्र छात्र पुनः गुट बनाकर सिसवन ढाला के समीप पहुंचे तथा पुलिस पर जमकर पथराव करने लगे. पुलिस कर्मियों ने अपनी जान बचाने के लिए जवाबी कार्रवाई में उपद्रवी छात्रों पर जमकर पथराव किया. उसके बाद छात्र पीछे हटे. इधर ट्रक से छात्रों के हटने के बाद रेलवे इंजीनियरिंग विभाग एवं अग्निशमन विभाग द्वारा आग बुझाया गया तथा लाइन को क्लियर किया गया. इंजीनियरिंग विभाग ने अपराहन 3:45 में लाइन को क्लियर कर दिया. वही सिग्नल विभाग ने अपराहन 4:00 बजे तक ट्रेनों के परिचालन के लिए सिग्नल को ओके कर दिया.
उग्र छात्र फिर रेलवे परिचालन को बाधित नहीं करें इसके लिए एमएच नगर,सिसवन एवं चैनपुर थाने से अतिरिक्त बल को मंगाया गया. देर शाम तक सिसवन ढाला पर पुलिस कैंप कर रही थी. उग्र छात्रों ने साढ़े पांच घंटे तक प्रदर्शन के दौरान लगभग आधा दर्जन सिग्नल के टीएलजीबी एवं बूम स्लाइडर के लोक को तो दिया था. लाइन के क्लियर होने के बाद सिग्नल विभाग के कर्मचारियों ने काफी मेहनत कर टूटे हुए उपकरणों को रिपेयर का ट्रेन परिचालन लायक बनाया. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षतिपूर्ति का आकलन कर वहीं अधिकारियों एवं रेलवे सुरक्षा बल को सूचित किया जाएगा.आरपीएफ निरीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि रेल संपत्ति नुकसान पहुंचाने एवं रेल ट्रैक पर आगजनी करने परिचालन बाधित करने के संबंध में वरीय अधिकारियों के निर्देश पर एफआईआर दर्ज किया जाएगा.
जीआरपी थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मामले में प्रतिवेदन मिलने के बाद थाने में निश्चित रूप से फरार दर्ज किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान जिला प्रशासन, रेलवे सुरक्षा बल एवं जीआरपी के द्वारा प्रदर्शनकारी छात्रों का वीडियो बनाया जा रहा था. सिसवन ढाला पर छात्रों के उग्र प्रदर्शन के दौरान एसडीएम रामबाबू बैठा, एसडीपीओ जितेंद्र कुमार पांडे, एएसडीएम अभिषेक कुमार चंदन, कार्यपालक दंडाधिकारी रवि कुमार,नगर इंस्पेक्टर जयप्रकाश पंडित, सहायक सराय थाना प्रभारी तनवीर आलम, सहित सैकड़ों की संख्या में पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल के जवान तैनात थे.