पटना: निगरानी ब्यूरो भ्रष्ट सरकारी अफसरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है ।आज निगरानी ब्यूरो की टीम ने वैशाली एसपी ऑफिस में पदस्थापित आशुलिपिक पुलिस अवर निरीक्षक अनिल प्रसाद के वैशाली और पटना आवास की तलाशी ली। आय से अधिक संपत्ति मामले में सब इंस्पेक्टर के ठिकानों पर छापेमारी हुई है।
निगरानी ब्यूरो ने कल ही दारोगा के खिलाफ एक करोड़ 55 लाख 39000 आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में केस दर्ज किया था। इसके बाद तलाशी ली गई। पटना के तेज प्रताप नगर स्थित 5000 वर्ग फीट जमीन पर निर्मित एक पांच मंजिला मकान एवं तीन मंजिला भवन की तलाशी ली गई। अब तक की तलाशी के क्रम में सोना एवं चांदी का जेवर जिसकी कुल कीमत ₹5 लाख 50 हजार आंकी गई। जमीन के छह डीड बरामद हुए हैं जिसकी कीमत डेढ़ करोड़ रूपया पाया गया है। इसके अलावा 2 डीड जिसकी कीमत ₹1000000 से अधिक की है। उसे बैंक में बंधक रखकर लोन लिया गया है।
बिहार पुलिस का एक सब इंस्पेक्टर अनिल प्रसाद करोड़पति निकला। सब इंस्पेक्टर ने अपने और अपनी पत्नी के नाम पर पटना और नांलदा जिले में कुल 15 प्रॉपर्टी खरीद रखी है। जिसकी कुल कीमत 5 करोड़, 39 लाख 50 हजार, 695 रुपए है। इसके अलावा बैंक में इंवेस्टमेंट और गाड़ी खरीदने के कुल 9 लाख रुपए इंवेस्ट करने का डॉक्युमेंट भी मिला है। इसमें बेटे अजय शंकर के नाम पर FD भी शामिल है। सैलरी के रूप में अनिल कुमार अब तक 90 लाख रुपए कमा चुके हैं। जबकि, जांच में इनकी पत्नी के नाम से 80 लाख रुपए की आमदनी सामने आई है। इसके स्त्रोत क्या हैं? इसकी पड़ताल चल रही है।
17 बैंकों के पास बुक, पांच डेबिट कार्ड मिला है । बजाज एलियांज, आईसीआईसीआई में निवेश संबंधित कागजात मिले हैं। इसके अलावा एक हुंडई क्रेटा तथा एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार भी बरामद हुआ है। भवन के ग्राउंड फ्लोर पर इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान व टायर गोदाम, द्वितीय मंजिल पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का कार्यालय, तृतीय मंजिल पर कंप्यूटर हब, चौथे मंजिल पर आईसीआईसीआई बैंक के फाइनेंसर का कार्यालय है। तलाशी अभी भी जारी है।