परवेज अख्तर/सीवान: अपने पति के दीर्घायु होने की कामना के साथ सुहागिनों ने शनिवार को करवाचौथ का व्रत रखा। सुहागिनों ने पूरे दिन निर्जला व्रत रखा और शाम को चांद देखने के बाद व्रत तोड़ा। इसके पूर्व सुहागिनों ने डूबते सूर्य की पूजा की और आरती की। तकरीबन 7 बजकर 45 मिनट पर व्रतियों ने चांद को चलनी से देखकर अपने पति के हाथों जल ग्रहण किया। सुहागिन महिलाओं ने बताया कि व्रत रखने वाली महिलाओं ने अपनी सुहागन सास या जेठानी या फिर अन्य बड़ी ननद से मिले वस्त्र एवं शृंगार के सामानों को धारण कर पूरा दिन व्रत रखा। सुबह चार बजे सुहागिन महिलाओं ने अपने से छोटी सुहागिन महिलाओं को एक थाली में पूजा के सामान के साथ कपड़े, सुहाग का सामान एवं सूखा फल दिया। रात को उसी थाली को पूरी तरह सजाकर व्रती अपने से ज्येष्ठ सुहागन महिला को वापस किया। साथ ही बताया कि जिन महिलाओं की सुहागन बेटी की पहली करवाचौथ होती है, उन्हें अपनी बेटी के साथ-साथ उनके ससुराल के सभी सदस्यों के लिए भी कपड़ा खरीदना पड़ता है। इस अवसर पर गोबर की वीरो कुड़ी बनाकर सुहाग की दीर्घायु कामना की की गई।
सुहागिनों ने रखा करवाचौथ का व्रत
विज्ञापन