- दो बार असफल होने के बाद भी स्वाति ने नहीं मानी थी हार
- स्वाति ने अपने जज्बा व जुनून को रखा था लगातार कायम
परवेज अख्तर/सिवान:
“किसी ने सच ही कहा था की सच्ची लगन और कठिन परिश्रम के साथ इंसान कुछ भी हासिल कर लेता है।” ठीक उपरोक्त लोकोक्ति को चरितार्थ जिले के पचरुखी प्रखंड के तरवारा बाजार स्तिथ चौधरी पट्टी गांव निवासी स्वाति चौधरी पौत्रबधू दिवंगत श्री जय किशुन सिंह ने चरितार्थ करके दिखाया।बच्चों के परवरिस के साथ घर की सभी जिम्मेवारी को संभालते हुए स्वाति चौधरी ने बीपीएसएससी के परीक्षा में सफलता हासिल की है।स्वाति चौधरी पुत्रवधू श्री देवेंद्र सिंह का चयन पुलिस सार्जेंट के लिए किया गया है।दो बार असफल होने के बाद भी स्वाति चौधरी हार नही मानी और उनका जज्बा भी कम नही हुआ। साथ ही उन्होंने तैयारी जारी रखा। इसके पहले स्वाति चौधरी दरोगा व एक्साईज दरोगा के प्री परीक्षा पास की थी लेकिन अन्य परीक्षा में सफलता नही मिली।लेकिन वे मेंस परीक्षा में कुछ अंक से असफल हो गई थीं।इसके बाद भी वह हार नही मानी और पढ़ाई को जारी रखा।
बतादें की 11वर्ष पूर्व में स्वाति चौधरी की शादी वर्ष 2010 में तरवारा बाजार के चौधरी पट्टी निवासी श्री देवेंद्र सिंह के बड़े पुत्र इंजीनियर चंद्रशेखर कुमार के साथ हुई थी।शादी के बाद पति के सहयोग से स्वाति चौधरी ने पढ़ाई जारी रखते हुए बीपीएसएससी की तैयारी में जुटी रही।जिससे उनको यह सफलता मिली।स्वाति चौधरी ने प्रारंभिक शिक्षा गर्ल्स हाई स्कूल सुपौल से प्रथम श्रेणी से से पास कर उच्च शिक्षा एम एस कालेज भागलपुर से प्राप्त किया।वहीं स्वाति चौधरी शिवा जी यूनिवर्सिटी महाराष्ट्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। तथा हरियाणा से एमटेक कर दो वर्ष तक दिल्ली में एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर काम करते हुए स्वाति ने आगे की पढ़ाई जारी रखा।
यहां बताते चलें कि स्वाति की एक 8 वर्षीय पुत्री सानवी सिंह है।स्वाति चौधरी ने इस सफलता का श्रेय गुरुजन,माता चंद्रिका कुमारी,पिता बीरेंद्र नारायण चौधरी,भाई डॉक्टर अलोक कुमार (सदर हॉस्पिटल सुपौल ) सासुमाँ निर्मला देवी,देवर महेश कुमार सिंह तथा इंजीनियर पति चंद्रशेखर कुमार को दी है।उधर स्वाति की इस सफलता पर तरवारा पंचायत के मुखिया कुंती देवी तथा मुखिया प्रतिनिधि श्री वशिष्ठ प्रसाद ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि स्वाति के इस सफलता से पूरे पंचायत का नाम रोशन हुआ है।