परवेज अख्तर/सीवान :- दिल्ली में तबलीगी जमात में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से संक्रमण को लेकर जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। जमात में शामिल होने और वहां से दूसरे प्रदेशों में जाने और उनसे संपर्क में आए व्यक्तियों के सीवान में भी आने की संभावना जताई जा रही है जिसको लेकर जमात के आसपास प्रयोग किए गए मोबाइलों की जांच एजेंसियां कर रही हैं तथा डाटा एकत्र कर रही है। जहां जांच एजेंसियों के निशाने पर जिले के दर्जनों मोबाइल नंबर है जिनका प्रयोग उस क्षेत्र में किए जाने की संभावना है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहा लेकिन एजेंसीयां गुपचुप तरीके से उन मोबाइल नंबरों को इकट्ठा कर चुकी है जिनके आधार पर उनका डाटा निकाल कर उनकी जांच तथा फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया जारी है देशभर में लॉक डाउन लागू होने के बाद लोगों के सख्त हिदायत दी गई थी। सोशल डिस्टेंसिंग का पुरजोर समर्थन होना चाहिए घरों से बाहर निकलना सख्त मना है भीड़-भाड़ जैसे शादी ब्याह, धार्मिक आयोजनों, को लेकर भी सरकारी एडवाइजरी जारी है ताकि जानलेवा वायरस विस्तृत ना हो चिकित्सक और पुलिसकर्मी जान दांव पर लगा सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए लोगों की सुरक्षा तय करने में जुटे हुए हैं ताकि किसी प्रकार से कोई भी चूक ना हो ऐसे हालात में दिल्ली प्रदेश स्थित निजामुद्दीन मे तबलीगी जमात के दौरान शिरकत फरमाने वाले हजारों लोग बड़ी मुसीबत की वजह बनते नजर आ रहे हैं । यहां से निकल कर विभिन्न राज्यों में पहुंचने वाले लोग स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ क्षेत्रवासियों के लिए भी चिंता की वजह बने हुए हैं । जिसमें सीवान का भी नाम शामिल होने की संभावना है मतलब यह की जिले के विभिन्न इलाकों से दर्जनों ऐसे लोग प्रकाश में आ सकते हैं जिन्होंने दिल्ली निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात में उपस्थिति दर्ज कराई हो और फिर उनका आगमन सिवान के उन इलाकों में हुआ हो जहां उनके निवास स्थान है हालांकि जरूरी नहीं कि वह अपने निवास स्थान पहुंचे ही हो लेकिन यह साफ है कि दिल्ली में चिकित्सकीय दायरे में लिए गए जमात के लोगों के अलावा बचे कुचे लोग प्रशासनिक नजर से दूर हैं और वह कहीं ना कहीं के लिए रवाना हो चुके हैं । तथा किसी न किसी जगह मौजुद है जिले में ऐसी चर्चा जोरों पर है कि सीवान शहर, बड़हरिया, हुसैनगंज, मैरवा, महाराजगंज, तथा पचरुखी आदि प्रखंडों में स्थित लगभग दर्जनों गांव से दर्जनों लोगों को तबलीगी जमात के दौरान ट्रैक किए जाने की आशंका है । हालांकि उक्त मामले में अधिकारियों से बातचीत का प्रयास किया गया तो संबंधित अधिकारियों की ओर से कोई खास अस्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई मतलब यूं कहें कि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है मगर ऐसी संभावना है कि अंदर ही अंदर छानबीन जारी है उन लोगों के तलाश में विभागीय अधिकारियों के लगे होने की आशंका बनी हुई है जो दिल्ली के उस जमात के आसपास हो या उसमें शामिल हो, या किसी भी तरीके से कोई ऐसा सुराग मिला हो जो कुछ लोगों की पुष्टि करता हो की उपरोक्त लोग जमात के दौरान दिल्ली में सक्रिय थे और उस इलाके में थे जहां हजारों लोग एक बिल्डिंग में जानलेवा वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच जिम्मेदारियों के निर्वहन में सक्रिय थे। बरहाल संभावनाएं कहां तक सच होती हैं यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन तब तक तमाम लोगों को सक्रिय रहने की जरूरत है यदि ऐसी कोई जानकारी होती है तो जिला प्रशासन को अवगत कराने की जरूरत है ताकि संबंधित व्यक्ति की स्वास्थ्य परीक्षण या जांच सुनिश्चित हो ।
तबलीगी जमात में हिस्सेदारी की आशंका, को लेकर जिले के दर्जनों मोबाइल नंबर जांच एजेंसियों के रडार पर
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