✍️परवेज़ अख्तर/सिवान: जी.बी. नगर के तरवारा बाजार में महाराजगंज रोड स्थित पुरानी जामा मस्जिद के खतिबों इमाम मौलाना फैयाज अहमद मिस्बाही के सेदारत में मुमताज अहमद के निवास पर गुरुवार की शाम दावत-ए-इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। इसमें गंगा जमुनी की तहजीब देखने को मिली।इसमें रोजेदार समेत दोनों समुदाय के काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया।इस मौके पर मौलाना फैयाज अहमद मिस्बाही ने कहा कि रोजेदारों को माहे रमजान में रोजा इफ्तार कराना अधिक अज्र व सवाब वाला होता है, क्योंकि इसकी वजह से वह रोजेदार को इफ्तार कराने और सिला-रेहमी करने (रिश्तेदारी निभाने) के अज्र व सवाब को भी प्राप्त कर लेता है।
जब तक कि गैर-रिश्तेदार गरीब न हो और उसके पास इफ्तार करने के लिए कुछ भी न हो, अन्यथा इसे (यानी गैर-रिश्तेदार गरीब को) रोजा इफ्तार कराना सबसे अधिक अज्र व सवाब वाला होगा, क्योंकि इसमें उसकी जरूरत को पूरा करना पाया जाता है। इसी तरह गरीब रिश्तेदार पर सदका व खैरात करना गैर रिश्तेदार गरीब पर सदका करने से बेहतर है। अंत में उन्होंने कहा कि माहे रमजान में हर एक मुसलमान को बढ़-चढ़कर सदका व खैरात की रकम की अदायगी ईद के नमाज से पहले करनी चाहिए। गरीबों में ईद की खुशहाली के लिए भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। इस मौके पर तरवारा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सह जदयू नेता रहमतुल्लाह अंसारी, मुर्तुजा अली कैसर, अब्दुल करीम रिजवी, ग्यासुद्दीन शाह,जाकिर अंसारी,सोना अंसारी, शब्बीर आलम समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे।