परवेज अख्तर/सीवान :- ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के छात्रों ने राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस के तहत आज सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए धरना आयोजित किया। रामराज्य मोड़ स्थित एक लॉज में यह धरना दिया गया। धरना दे रहे छात्रों ने 4 माह का स्कूल-कोचिंग फी, रूम रेंट-बिजली बिल माफ करने और कमजोर संचालकों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने,एसटीईटी-दारोगा-सिपाही सहित धांधली युक्त परीक्षाओं की सीबीआई जाँच,एसटीईटी की परीक्षा को मनमाने तरीके से रद्द करने के फैसले को वापस लेने,घर लौट रहे मजदूरों को राज्य के अंदर काम मुहैया कराने,काम के घंटे 12 घंटे की बजाय पुनः 8 घंटा लागू करने, भगतसिंह रोजगार गारंटी कानून लागू कर हर व्यक्ति को सम्मानजनक रोजगार देने,क्वारन्टीन सेंटर की कुव्यवस्था के खिलाफ आवाज बुलंद किया।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि कोरोना संकट में जहाँ लोगों की जेब खाली है।सरकार तत्काल प्राइवेट स्कूलों-कोचिंग फी, रूम रेंट-बिजली बिल माफ करने की माँग की।साथ हीं कमजोर संचालकों को होने वाली आर्थिक क्षति की भरपाई सरकार करे।उन्होंने भगत सिंह रोजगार गारंटी कानून लागू कर हर व्यक्ति को सम्मानजनक रोजगार देने की माँग की। अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला सचिव अशोक कुमार प्रसाद ने कहा कि एआईएसएफ ने हर वक़्त सामाजिक व शैक्षणिक मुद्दों को आगे बढ़कर उठाने का कार्य किया है।
कोरोना योद्धा की तरह काम कर रहे शिक्षकों के लिए प्रतिदिन 350रू. सरकार के आदेश का पालन करने की माँग की। एआईएसएफ के जिला संयोजक शशि कुमार ने कहा कि एसटीईटी परीक्षा मनमाने तरीके से रद्द करने के फैसले को वापस लेने की मांग की।उन्होंने घर लौट रहे मजदूरों को राज्य के अंदर काम देने की माँग की। अध्यक्षता एआईएसएफ नेता राजकमल ने किया। मौके पर एआईएसएफ नेता नीरज यादव,इमरान अली, शिक्षक नेता इरफान अली, अशोक साह, मकसूद आलम, शिवम कुमार,अरविंद पांडेय मौजूद थे।