परवेज अख्तर/सीवान : शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते बल्कि शिक्षक समाज के धरोहर होते हैं। शिक्षक हमेशा से समाज का मार्गदर्शक होता है। सरकारी सेवा से निवृत्त होने के पश्चात समाज के प्रति ऊसकी जिम्मेदारी बढ़ जाता है। ये बातें उत्क्रमित मध्य विद्यालय भरतपुरा के प्रभारी प्रधानाध्यापक ललनजी तिवारी के सेवानिवृत्ति के बाद विदाई समारोह में बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ जिला इकाई सिवान के प्रधान सचिव जयप्रकाश चौधरी ने कही। समारोह का शुरुआत छात्राओं ने स्वागत गान से किया। सभा को संबोधित करते हुए राज्य कार्यकारिणी के सदस्य राजकिशोर राय ने कहा कि ललनजी तिवारी अनुशासन प्रिय और बच्चों के चहेते शिक्षक थे। हमारे बीच तो यह बने रहेंगे।लेकिन बच्चों को इनकी कमी खलेगी।वहीं जिला सचिव अखिलानंद पांडेय सेवानिवृत्त शिक्षक श्री तिवारी के स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करते हुए कहा कि सरकारी सेवा में आने वाला व्यक्ति एक दिन सेवा से निवृत्त तो होता ही है लेकिन समाज के प्रति अब इनकी जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। ये काफी लोकप्रिय एवं व्यावहारिक शिक्षक रहे हैं और आजीवन रहेंगे। सभा को संबोधित करने वालों में भूतपूर्व मुखिया,शारदानंद तिवारी, सिवान अंचल सचिव मनोज सिंह,पचरुखी अध्यक्ष अमरलाल चौधरी, सचिव जयप्रकाश सिंह,सिवान सदर अध्यक्ष असगर अली,राजीव रंजन तिवारी, करपलिया के प्रधानाध्यापक ददन तिवारी, संदीप पाठक, त्रिलोकी प्रसाद,मो•हारूण,शाहिद आलम ,शेषनाथ तिवारी,विवैक पटेल,प्रहलाद सिंह, कुमारी सरिता,नगमा शाहीन,सहित दर्जनों लोगों ने सेवानिवृत्त शिक्षक श्री तिवारी के स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना की।मंच का संचालन जिला सचिव मुन्ना कुमार ने किया।
शिक्षक समाज के धरोहर हैं, ये सेवानिवृत्त नहीं होते, सेवानिवृत्त के पश्चात इनकी जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं : जयप्रकाश चौधरी
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