पटनाः रविवार को राज्य में 67वीं बीपीएससी की पीटी की परीक्षा हुई. इसका प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने से पहले वायरल हो गया जिसके लिए जांच कमेटी बनाई गई और आयोग ने देर शाम इसकी पुष्टि भी कर दी. नतीजा ये हुआ कि वायरल प्रश्न पत्र सही पाया गया और रविवार को हुई इस परीक्षा को आयोग ने रद्द कर दिया. अब इस पूरे मामले में विपक्ष ने सरकार को घेरा है.
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को इस मामले में ट्वीट किया. इस ट्वीट से तेजस्वी करोड़ों युवाओं के साथ दिखे. उन्होंने एक तरफ जहां छात्रों के हित को देखते हुए ट्वीट किया तो वहीं दूसरी ओर आयोग को लेकर भी बड़ी बात कह दी. तेजस्वी ने लिखा- “बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए.”
मुकेश सहनी ने कहा- छात्रों का क्या दोष?
वहीं दूसरी ओर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक होने पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) की परीक्षा को लेकर हुई गड़बड़ी से छात्र उबर भी नहीं पाए थे कि आज बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक हो गया. छात्रों के भविष्य के लिए नीम पर करेला साबित हुआ है.
मुकेश सहनी ने कहा कि भले ही इस पेपर लीक के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया जाए, लेकिन उन छात्रों का इस प्रकरण में क्या दोष, जो परीक्षा की तैयारी कर परीक्षा केंद्र पहुंचे थे? पूर्व मंत्री ने कहा कि लाखों बच्चों की सालों की जी तोड़ मेहनत, त्याग, कष्ट, उम्मीदें, सपने, सैकड़ों किलोमीटर दूर केंद्र तक की यात्रा, कोचिंग-किताबों का खर्च पर आज बीपीएससी के अध्यक्ष के गैर जिम्मेदार रवैया ने पानी फेर दिया.
बिहार में बेरोजगारी को लेकर हमला
इस दौरान मुकेश सहनी ने बयान जारी कर बिहार में बेरोजगारी को लेकर भी सरकार पर हमला किया. कहा एक तो बिहार में बेरोजगारों को रोजगार के लिए अन्य प्रदेशों में पलायन करना पड़ रहा है, दूसरी ओर ऐसी महत्वपूर्ण परीक्षा का पेपर लीक हो जाना भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है.
देव ज्योति ने कहा- कड़ी कार्रवाई हो
वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि छात्र जब अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतरते हैं तो सरकार लाठी चार्ज करवाती है, आज तो लाखों बच्चो का भविष्य सरकार ने दांव पर लगा दिया, सरकार अब क्या करेगी? उन्होंने मांग की और कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो उस पर कड़ी कार्रवाई हो.