परवेज़ अख्तर/सिवान:
सड़क दुर्घटना में मृत चिकित्सक का शव शनिवार को घर पहुंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। मृत चिकित्सक के बड़े पुत्र बिदेश्वरी ठाकुर, छोटे पुत्र मंटू ठाकुर, पत्नी तेतरा देवी समेत स्वजनों का रो-रोकर कर बुरा हाल था। गांव के लोग व घटना की जानकारी पर पहुंचे रिश्तेदार-नातेदार नम आंखों से स्वजनों को संभाल रहे थे। वहीं शव को देखने लिए सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए थे। बतादें कि बसंतपुर थाना क्षेत्र के बसांव निवासी डा. देवनारायण ठाकुर शुक्रवार की शाम बाइक से अपने घर लौट रहे थे। ज्योंही वे कन्हौली मोड़ के समीप पहुंचे ही थे कि तेज रफ्तार की अनियंत्रित स्कार्पियों ने पीछे से टक्कर मार दी। इससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी।
घटना के बाद घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। उसी दौरान कुछ शरारती तत्वों द्वारा स्कार्पियो को आग के हवाले कर दिया गया था। इस दौरान थानाध्यक्ष रणधीर कुमार व गोरेयाकोठी के थानाध्यक्ष मुकेश कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर आक्रोशितों को शांत कराया। मामले में मृत चिकित्सक के बड़े पुत्र बिदेश्वरी ठाकुर के बयान पर कांड दर्ज किया गया है। इसमें स्कार्पियो चालक द्वारा लापरवाही बरतते हुए तेज गति से वाहन चलाने का आरोप लगाया गया है। शुक्रवार को स्थानीय मुखिया ने पीड़ित परिवार को कबीर अंत्येष्टि की राशि दी।
काफी मिलनसार व्यक्तित्व के थे चिकित्सक
गांव के ही पूर्व प्रखंड प्रमुख ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि डॉ देवनारायण ठाकुर काफी मिलनसार व्यक्ति थे। वे किसी के चेहरे पर भी उदासी देखकर उसे किसी ना किसी तरह से खुश कर देते थे। उनके जाने से एक अपूरणीय क्षति हुई है।