पटना: बिहार में बीते चार दिनों से जहरीली शराब से कथित मौतों का सिलसिला चल रहा है। अभी तक 39 से अधिक लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। ताजा मामला सिवान का है, जहां बीती रात पांच लोगों की संदिग्ध मौत हुई है। इसके पहले भागलपुर के 17, बांका में 12, मधेपुरा में चार तथा नालंदा में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। भागलपुर और बांका में एक-एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई है। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अनेक लोग अपना इलाज करा रहे हैं। इन मौतों के पीछे जहरीली शराब के होने की चर्चाओं तथा मृतकों के परिजनों की स्वीकारोक्ति के बीच प्रशासन इससे इनकार कर रहा है।
संदिग्ध माैतों का ताजा मामला सिवान का है। सिवान के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सरांवे और छोटपुर गांवों में बीती रात पांच लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है। मृतकों के स्वजनों के अनुसार तबीयत खराब होने के कारण मौत हो गई है, लेकिन स्थानीय लोगों के अनुसार सभी ने शराब पी थी। एक साथ पांच संदिग्ध मौतों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच कर रही है।
बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों में शुक्रवार से मौत का सिलसिला चल रहा है। अभी तक 12 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में जान जा चुकी है। मृतकों में अमरपुर निवासी रघुनंदन पोद्दार, कामदेवपुर निवासी राजा तिवारी, ओडैय निवासी संजय मांझी, डुमरामा के सुमित कुमार, डुमरिया के आशीष कुमार सिंह, गोड़ा के विजय साह, बल्लीकिता के डब्लू साह, गुरुदेव साह एवं अमरपुर की बिंदु कुमार देवी, विशभरचक के सचिन ठाकुर, कजरा के डब्लू कुमार की मौत भी हो चुकी है। मृतक संजय मांझी के स्वजनों के अनुसार बाहर से खाना खाकर लौटने के बाद तबीयत बिगड़ी तो मृतक रघुनंदन के स्वजनों ने बताया कि पेट में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया। इस मामले में भी पुलिस व प्रशासन ने जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहीं की है।
भागलपुर के नाथनगर स्थित साहेबगंज मोहल्ले में 17 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है। एक मृतक विनोद राय की पत्नी ने स्वीकार किया कि होली के दौरान उसके पति ने शराब पी थी। अन्य मृतकों स्वजनों की भी मानें तो सभी ने शराब पी थी। घटना में संदीप यादव, विनोद राय (50 वर्ष), मिथुन कुमार, नीलेश कुमार (34 वर्ष) सहित 16 लोगों कर मौत हो गई है। जबकि, एक युवक अभिषेक कुमार उर्फ छोटू साह (24 वर्ष) की आंखों की रोशनी चली गई है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस व शराब तस्करों की मिलीभगत के विरोध में प्रदर्शन किया।
इधर बांका और भागलपुर जिला प्रशासन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जहरीली शराब से मौत से इंकार किया और कहा कि किसी अज्ञात बीमारी से सभी की मौत हुई है।