पटना: बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। सदन में प्रश्नकाल के दौरान सवाल-जवाब हो रहा। राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने सदन में कहा कि 1832 ठेकेदारों का बिना जीएसटी काटे हुए किया गया है। ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियरों ने मिली भगत कर यह काम किया है।
इस पर ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज ने बताया कि नियमानुसार काम किया गया है। जितना प्रावधान है वो जीएसटी विभाग ने काटा है। वहीं बाकी का जीएसटी वाणिज्यकर विभाग की तरफ से काटा जाता है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा कि इसमें करोड़ों का घोटाला हुआ है। लेकिन मंत्री अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे और वाणिज्यकर विभाग पर जिम्मेदारी दे रहे। यह गलत है ।
इस मामले की जांच विस की कमिटि से कराई जाये। मंत्री ने सदन को भ्रमित करने का काम किया है। ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज के फंसते देख संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने मौर्चा संभाला। विजय चौधरी ने कहा कि मंत्री जी स्पष्ट कर दिया है। अगर राजद विधायक किसी खास ठेकेदार के बारे में जानते हों तो वे जानकारी दें।
आरजेडी विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार की मिलीभगत से ऐसे ठेकेदारों को बगैर जीएसटी चुकता किए भुगतान कर दिया गया, जिन्हें काम के एवज में जीएसटी का भुगतान करना था. आरजेडी विधायक की तरफ से उठाए गए सवाल पर सरकार की तरफ से ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज ने इस मामले को दिखवा लेने का भरोसा दिया।