पटना: प्यार तो प्यार है। पूछकर थोड़ी होता है। गाड़ी, लड़की और पैसा मिल जाए तो क्या कहना। दिमाग सातवें आसमान पर। कुछ ऐसा ही हुआ रांची के एक थानेदार के ड्राइवर और उनके घर में काम करने वाली नौकरानी के बीच। थानेदार ने भरोसा करके पांच लाख रुपये क्या दिए ड्राइवर की नीयत बदल गई। नौकरानी को लेकर ड्राइवर सीधे बिहार के कैमूर जिले आ गया। दोनों भागे तो शादी करने के लिए थे मगर जीपीएस ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया। आरोपित जितेंद्र को भभुआ के दुर्गावती थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रांची से स्कार्पियों व पैसा ले कर भागा चालक दुर्गावती में धराया
भभुआ के दुर्गावती थाना की पुलिस ने थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित टोल प्लाजा से झारखंड के रांची से स्कॉर्पियो व पैसा लेकर भागे चालक को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। आरोपित से पुलिस ने पूछताछ की तो पर्दाफाश हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार झारखंड के रांची जिले के पंडरा थाना क्षेत्र के इटकी गांव के रहने वाले महेंद्र सिंह का पुत्र जितेंद्र कुमार सिंह मंडरा ओपी थाना प्रभारी पृथ्वी सैन्य दास का निजी चालक था। थाना प्रभारी ने उसे पांच लाख रुपये देकर अपनी स्कॉर्पियो से धनबाद भेजा था। जितेंद्र थाना प्रभारी के घर काम करने वाली नौकरानी से प्यार करता था। पैसा और गाड़ी मिली तो उसकी नीयत बदल गई। स्कॉर्पियो लेकर शादी करने की नीयत से वे बिहार की ओर भाग निकला।
धनबाद पैसा नहीं पहुंचने पर थाना प्रभारी ने चालक जितेंद्र के मोबाइल पर फोन किया तो नंबर ऑफ बताने लगा। शक होने पर थाना प्रभारी ने जीपीएस की मदद ली, जिसमें जितेंद्र की लोकेशन भभुआ में मिली। सूचना मिलने पर दुर्गावती थाने की पुलिस ने शुक्रवार को टोल प्लाज से चालक को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पुलिस ने पांच लाख रुपये नकद भी बरामद किया है। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिलते ही पुलिस कार्रवाई में जुट गई थी। चालक को स्कॉर्पियो गाड़ी व नकद रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।