पटना: नवादा सदर अस्पताल में तकरीबन कई घंटों तक बिजली गुल रही। जिसके चलते मरीजों व उनके तीमारदारों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। शाम ढलते ही इमरजेंसी, सर्जिकल वार्ड, महिला वार्ड आदि में अंधेरा पसर गया। फलस्वरुप मरीजों को वार्ड में कैंडिल जलाकर रहना पड़ा। मोमबत्ती व टार्च की रोशनी में चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी मरीजों का इलाज करते नजर आए।अस्पताल में भर्ती मरीजों व तीमारदारों ने बताया कि कई घंटे से अस्पताल में बिजली नहीं थी। जिसके चलते काफी परेशानी हो रही थी। वहीं इलाज कराने के लिए पहुंचे मरीजों काे मोबाइल व टार्च की रोशनी में इलाज कराना पड़ा। मोबाइल की रोशनी में मरीजों को सूई व स्लाइन चढ़ाया जा रहा था।
अस्पताल कर्मियों से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में दिन से ही बिजली की मरम्मत का काम चल रहा है। प्रसूता वार्ड की तरफ जेनरेटर व बिजली का बोर्ड लगाने का काम किया जा रहा है। जिसके चलते यह परेशानी हुई है। इधर, बिजली नहीं रहने के कारण अस्पताल परिसर अंधेरे में डूबा रहा। जिससे मरीजों के साथ साथ उनके साथ आए हुए स्वजनों को भी काफी परेशानी हुई। काफी लंबे समय तक बिजली नहीं रहने की वजह से चिकित्सकों के साथ साथ अन्य कर्मियों को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
हालांकि यह बात अच्छी रही की आज के दौर में सब के पास मोबाइल है जिसमें टॉर्च और फ्लैशलाइट की फैसिलिटी भी रहती है जिसके सहारे लोगों को अस्पताल में बहुत मदद मिली। सोचिए कि अगर ऐसा न होता तो फिर मरीजों की और उनके साथ आए लोगों की क्या स्थिति होती। कई मरीज अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों की तारीफ भी कर रहे हैं कि इस मुसीबत और विपरीत परिस्थिति में भी उन लोगों ने मरीजों का साथ नहीं छोड़ा। वे लगातार अपने कर्म के प्रति सजग रहें। देश में ऐसे कर्मशील चिकित्सक ही होने चाहिए।