परवेज अख्तर/सिवान : बार-बार बाढ़ और प्राकृतिक आपदाओं का दंश झेल रहे यूपी-बिहार की सीमा और घाघरा नदी के तटवर्ती इलाके पर बसा गुठनी के तिरबलुआ गांव के किसानों ने मंगलवार को हंगामा किया। इस दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए और बाढ़ में बुरी तरह बर्बाद फसलों का उचित मुआवजा नहीं मिलने पर 2019 के लोकसभा चुनाव का बहिष्कार भी करने की बात कही। मालूम हो कि 1998 और 2006 में आई बाढ़ में भी तटवर्ती गांवों तिरबलुआ, योगियाडीह, ग्यासपुर, खड़ौली और मैरिटार के किसानों की फसलें बाढ़ के भेंट चढ़ गई थी। उस समय भी सरकारी सहायता के नाम पर तो सिर्फ आश्वासनों पर ही संतोष करना पड़ा था और इस बार भी शासन प्रशासन बाढ़ के समय मे हरकत में आता नजर आया, लेकिन अभी तक किसी भी पीड़ित को सहायता नहीं मिली। लोगों को का कहना है कि हमारे गांव में सभी पार्टियों के नेता सिर्फ चुनाव आने पर ही आते हैं और आश्वासनों का पुलिंदा बांध कर वोट ले चंपत हो जाते हैं।इस दौरान रफीक शाह, लव कुमार साहनी, चंद्रमा साहनी, हरिचरण साहनी, गंगा सागर साहनी, धनंजय साहनी, मनीष अंसारी, कैलाश साहनी, विनोद साहनी और हरेराम साहनी सहित काफी संख्या में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया।
बाढ़ का मुआवजा नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने किया हंगामा
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