परवेज अख्तर/मैरवा (सिवान) : रमजान का पवित्र महीना जुम्मे से शुरू हो गया। इसको लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। लोगों ने सेहरी खाकर रमजान के पहले रोजे की शुरुआत शुक्रवार से की। इसको लेकर मस्जिदों में साफ सफाई का विशेष अभियान गुरुवार को चलाया गया। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के हर मस्जिदों में साफ सफाई करते हुए लोगों को देखा गया। इससे पूर्व सिवान एवं आसपास के क्षेत्रों में भी 29 शाबान को रमजान का चांद देखने की हसरत पूरी नहीं हो सकी। आसमान की तरफ टकटकी लगाए तलाशती नजरों को चांद ने मायूस किया। चांद नजर नहीं आ सका, जिसके कारण चांद देखे जाने की पुष्टि करने के लिए बनी कई धार्मिक संगठन एवं कमेटी ने ऐलान पर सब की नजर टिक गई। कई धार्मिक संगठनों व हेलाल कमेटी ने 29 शाबान को रमजान उल मुबारक का चांद देखने की पुष्टि नहीं होने की बात कहकर तीस शाबान को रमजान मुबारक के चांद के मुताबिक 18 मई को रमजान का पहला रोजा होने का ऐलान किया। काजी-ए-शरिया मोहम्मद अतीकुर्रहमान दारुल कजा एदारा शरिया समस्तीपुर, खानकाह ए अहमदिया पटना, जामिया अशरफिया मुबारकपुर (उत्तर प्रदेश), रवायत हेलाल कमेटी भोपाल, मरकजी रवैयत हेलाल कमेटी कानपुर, मरकजी एदारा शरिया सुल्तानपुर, काजी ए शरीया एवं मुफ्ती ए जिला रामपुर (उत्तर प्रदेश) ने रमजान के चांद के संदर्भ में 29 शाबान को चांद नजर नहीं आने की बात करते हुए 18 से रमजान उल मुबारक के रोजे शुरू होने की घोषणा की। इसके आधार पर रमजान के रोजे शुक्रवार से रखने की तैयारी गुरुवार को पूरी कर ली गई। सहरी और इफ्तार की व्यवस्था भी कर ली गई। मस्जिदों में तरावीह की नमाज गुरुवार की रात से शुरू कर दी गई। वही मरकजी दारुल क़ज़ा इमारत-ए-शरिया बिहार- उड़ीसा, रवायत हेलाल खानकाहे मुजीबिया पटना,इमारत-ए-शरिया दिल्ली ने चेन्नई और बेंगलुरु समेत देश के कुछ क्षेत्रों में 29 शाबान को बुधवार की संध्या चांद देखे जाने की पुष्टि करते हुए गुरुवार से ही रमजान शुरू होने की घोषणा की। इसके आधार पर कुछ जगहों से रमजान का रोजा गुरुवार को रखा गया।
तैयारी अंतिम चरण में
जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों में रमजान के पहले जुम्मे की नमाज शुक्रवार की दोपहर विभिन्न मस्जिदों में अदा की जाएगी। इसको लेकर मस्जिदों की साफ-सफाई, राजेदारों के बैठने के लिए मस्जिदों में कालीन की व्यवस्था, हाथ-पैर धोने के लिए पानी की व्यवस्था समेत अन्य व्यवस्था की गई है। रोजेदार रमजान के पहले जुम्मे की नमाज अदा करेंगे इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है।
सामग्रियों से पटा बाजार
रमजान को ले जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों में फल, राशन, टोपी, सेंट आदि की दुकानों सज गई हैं जहां मुसलमान भाई देर शाम तक खरीदारी करते देखे गए। इसको लेकर बाजारों में काफी चहल-पहल देखी जा रही है।
खट्टे फलों के सेवन से परहेज करें रोजेदार
रोजे की तैयारियां गुरुवार को पूरी कर ली गई। एक महीना तक चलने वाले रमजान के रोजे के लिए रोजेदारों ने इफ्तार एवं सहरी की व्यवस्था में दिन भर जुटे रहे। रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. कौशल किशोर श्रीवास्तव ने रोजेदारों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह देते हुए कहा है कि रोजा धार्मिक अनुष्ठान है और स्वास्थ के लिए अच्छा भी है। फिर भी रोजेदारों को अपने स्वास्थ का ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खट्टे फलों के सेवन से रोजेदार बचें। यह स्वास्थ्य के लिए ठीक रहेगा। दही न ले कर दूध लें या दूध से बनी चीजें सहरी एवं इफ्तार दोनों समय लेनी चाहिए। रोजेदारों को चावल और मसाला का सेवन कम से कम करनी चाहिए। गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए पानी ज्यादा से ज्यादा सेवन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इफ्तार में रोजेदार तली हुई चीजें खाली पेट में न खाएं। नींबू- पानी या नींबू से बने हुए शर्बत खट्टे फल संतरा का सेवन खाली पेट में न करें। ब्रेड दूध से बना सामान लें। शरबत का सेवन करें। खट्टे फलों के सेवन से
एसिडिटी की शिकायत हो सकती है। खाली पेट नींबू जलन पैदा करता है। उन्होंने रोजेदारों को इफ्तार में फल का सेवन करने की सलाह भी दी है। खजूर, सेव को अधिक फायदेमंद बताया है। डॉ. कौशल किशोर ने कहा कि रोजेदार ओआरएस या चीनी नमक पानी का घोल एक गिलास सहरी एवं इफ्तार के साथ लें तो अच्छा रहेगा। धूप एवं गर्म हवाओं से बचने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि अत्यंत वृद्ध एवं गर्भवती महिलाएं गैस्टिक के मरीज हृदय रोगी एवं शुगर के रोगी गंभीर रोग से ग्रसित रोगी चिकित्सक से परामर्श ले लेंगे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]