परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के मैरवा के मझौली चौक स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम कक्ष से पकड़े गए संदिग्ध युवक की पहचान साइबर अपराधी के रूप में कर ली गई है। दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र लार से एक महिला के बैंक खाता उसने 80 हजार निकालने के बाद मैरवा बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में एक उपभोक्ता को अपना शिकार बना रहा था। इस दौरान उसकी पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया गया था। उसके पास से चार एटीएम कार्ड मिले थे, जिसे उसने धोखा कर लोगों से हासिल उसने किया था। पुलिस ने पूछताछ और एटीएम की जांच के बाद एक महिला अकाउंट धारक ने उसे साइबर अपराधी के रूप में पहचान कर ली है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के लार थाना क्षेत्र के खरदहा घनश्याम निवासी गोपाल पांडेय की पत्नी मुन्नी पांडेय और उसके लड़का पारितोष पांडेय को बुलाकर पहचान कराया गया। महिला ने उसकी पहचान कर ली। मैरवा प्रभाग के पुलिस इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के लार थाना क्षेत्र के खरदहा घनश्याम निवासी गोपाल पांडेय की पत्नी मुन्नी पांडेय का खाता लार स्टेट बैंक में है। उनका एटीएम लेकर उनका पुत्र रितेश पांडेय आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम में रुपया निकाल रहा था। इसी दौरान पंक्ति में खड़ा मऊ जिले के घोसी थाना क्षेत्र के रकौली निवासी बेचन गोड़ का पुत्र सूरज गोड़ ने मौका पाकर एटीएम कार्ड बदल दिया। उसने मैरवा आकर दो बार 20- 20 हजार रुपये एटीएम से निकाल लिया। इसके बाद उसने मैरवा के दिपक ट्रेडर्स से 40 हजार एटीएम कार्ड स्वाइप कर प्राप्त किए। यह बात दीपक ट्रेडर्स संचालक ने भी स्वीकार की है। पुलिस ने उस युवक के पास से बरामद अन्य एटीएम कार्ड के खातेदार का पता लगा लिया है। ये एटीएम कार्ड गोरखपुर के धर्मनाथ यादव, मैरवा थाना के धरारा के रफीक अहमद और आजमगढ़ के उपेंद्र साह का है। पुलिस उनसे संपर्क करने की कोशिश करने में जुटी हुई है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
साइबर अपराधी की महिला ने की पहचान, खाता से निकले थे 80 हजार
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