कानून का राज है! रिश्वत के पैसे वापस मांगे तो दारोगा ने दी जान मारने की धमकी, घूस लेने का फोटो वायरल

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बगहा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी उपलब्धियों में सबसे अधिक किसी बात की चर्चा की है तो वह बिहार की कानून व्यवस्था में सुधार. वे अक्सर दावा भी करते हैं कि बिहार में कानून का राज है. पर आम जनमानस में यही सवाल बार-बार उठता है कि क्या सीएम नीतीश कुमार के दावे में जमीनी स्तर पर सच्चाई है? शराबबंदी कानून की आड़ में पुलिसवालों की अवैध कमाई के बारे में सभी जानते हैं. सरकार के स्तर पर कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भी की गई है. थानों ने पुलिसवालों की मनमानी व रिश्वतखोरी के मामले में आए दिन सामने आते रहते हैं. इसी क्रम में एक मामला बगहा पुलिस जिला से सामने आया है जहां एक दारोगा ने पहले रिश्वत ली, जब काम नहीं किया तो पैसा वापस मांगने पर पीड़ित को जान मारने की धमकी दे दी.

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आरोप के अनुसार मामला कुछ यूं है. पुलिस जिला बगहा के चौतरवा थाने के एक एएसआई (ASI) वाल्मीकि प्रसाद ने महिला फरियादी मोनी देवी से उसके पति व परिवार के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी करने के लिए रुपये लिए, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी. इसके बाद महिला ने पैसा मांगना शुरू कर दिया. यही नहीं महिला ने सब इंस्पेक्टर को धमकी भी दी. महिला ने बताया कि जितने भी पैसे दिए हैं उसका फोटो मेरे पास है. फिर क्या था एएसआई (ASI) ने फोन पर ही अपना आपा खो दिया. एएसआई और महिला के बात से यह जाहिर होता है कि एएसआई ने महिला से पैसा लिया है. इतना ही नहीं फोन पर महिला को जान से मारने की धमकी के साथ गाली-गलौच भी करने लगते हैं. इस मामले का ऑडियो व फोटो अब वायरल होने लगा है. हालांकि न्यूज 18 इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.

यह है मामला

नरकटियागंज के शिवगंज मोहल्ले का. यहां रहने वाली मोनी की शादी सन 1998 में चौतरवा थाना क्षेत्र के जामदार टोला निवासी रविंद्र शर्मा से हुई थी. सब कुछ सामान्य चल रहा था. वर्ष 2008 में रविंद्र ने नरकटियागंज में ही एक किराए के मकान में मोनी को रहकर चंडीगढ़ कमाने के लिए चले गए. वहीं पर एक महिला के संपर्क में आ गए. मोनी बताती हैं कि महिला के संपर्क में आने के बाद परिवार चलाने के लिए कुछ भी नहीं देते थे. उसी बात को लेकर लड़ाई शुरू हो गई. मना करने पर पति और उनके परिवारवालों के द्वारा मारपीट की जाने लगी जिससे तंग आकर मोनी पति के ऊपर एफआईआर दर्ज करवा दिया.

पति की हो गई गिरफ्तारी

इधर, चौतरवा में नए थानाध्यक्ष की तैनाती सुरेश यादव के रूप में हुई. केस को प्राथमिकता से लेते हुए आरोपी रविंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले में एएसआई वाल्मीकि प्रसाद ने बताया कि जो भी आरोप लगे हैं वह बेबुनियाद हैं. महिला के द्वारा बार-बार घर के सभी सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए प्रेशर बनाया जा रहा था. इस संबंध में पति को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. उन्होंने बताया कि पैसा लेने की बात झूठी है. किसी भी प्रकार का पैसा मेरे द्वारा नहीं लिया गया है.