पटना: सासाराम के सदर अस्पताल में मानवीयता के लिए शर्मनाक दृश्य उस समय देखने को मिला जब एक मां अपने जवान बेटे को कंधे पर उठाकर इस वार्ड से उस वार्ड में घूमती नजर आई। इस दौरान किसी स्वास्थ्यकर्मी की मदद के लिए उस पर नजर नहीं पड़ी। बता दें कि नोखा थाना के कदवा का रहने वाला दिव्यांग युवक योगेश चौधरी थोड़ी बहुत मजदूरी करता है। पिछले दिनों मजदूरी कर लौटने के दौरान साइकिल से गिर जाने से उसके पैर में गंभीर चोट आई तथा फैक्चर हो गया। ऐसी स्थिति में प्रमिला देवी नामक माँ ने अपने जख्मी विकलांग बेटे को किसी तरह लेकर नोखा से सदर सासाराम पहुंची तथा फिर सासाराम आकर ऑटो से उतरने के बाद उसे किसी तरह अपने पीठ पर टांग कर अस्पताल पहुंची।
इतना ही नहीं, अस्पताल के विभिन्न वार्ड में भी उसे कुछ इसी तरह घूमना पड़ा । यहां तक कि वार्ड से अस्पताल के एक्सरे रूम तक अपने कंधे पर ही बेटे को उठाकर मां को ले जाते देखा गया। लेकिन किसी स्वास्थ्य कर्मी ने स्ट्रेचर या व्हील चेयर से उसकी मदद नहीं की। जबकि अस्पताल में तमाम तरह के उपकरण उपलब्ध होने का दावा है। एक जवान विकलांग बेटे को कंधे पर लेकर घूमती मां की यह तस्वीर यह बताने के लिए काफी है कि मां की ममता आज भी कितनी भारी है। जो अपने जवान बेटे को भी इस बुढ़ापे में पीठ पर उठाकर अस्पताल पहुंचा सकती है।