पटना: शराबबंदी कानून पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानों के तीर चल रहे हैं। इस बीच सीनियर आइएएस अधिकारी केके पाठक की मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव पर पोस्टिंग ने सियासत को और गरमा दिया है। कांग्रेस और राजद ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा है। अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जमकर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव शराबबंदी के खिलाफ इतना बोलते हैं तो उन्हें अपनी पार्टी के मैनिफेस्टो में शामिल करना चाहिए कि वे शराबबंदी खत्म कराएंगे।
ललन सिंह ने कहा कि शार्क और पोठिया मछली उन्हें समझ में आती है। लेकिन तेजस्वी यादव शराबबंदी के खिलाफ जितना बोलते हैं तो उन्हें अपने इलेक्शन मैनिफेस्टो में इसे शामिल करना चाहिए। कि वे इसे समाप्त कराएंगे। लेकिन बिहार में शराबबंदी है और आगे भी रहेगी। इसे और प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए हर संभव उपाय किए जाएंगे। इस दौरान केके पाठक की नियुक्ति को लेकर उठे सवाल पर उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि किस अधिकारी की पोस्टिंग कहां होगी, यह आरजेडी से पूछकर होगी क्या। केके पाठक पर सवाल उठाने का उनको क्या मतलब है। शराबबंदी का कानून बना था तब केके पाठक ही उत्पाद आयुक्त थे।
बता दें कि इससे पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने भी लालू प्रसाद को इसी तरह की चुनौती थी। उन्होंने कहा था कि अगर हिम्मत है तो लालू प्रसाद घोषणा करें कि उनकी पार्टी अगला चुनाव शराबबंदी के मुद्दे पर लड़ेगी। गलती से सत्ता मिल भी गई तो पहली घोषणा पूर्ण शराबबंदी को खत्म करने की करेंगे।