- सितंबर महीने में तीन डेंगू के मरीज मिले थे
- नवंबर महीने में भी दो डेंगू के मरीज मिले हैं
परवेज अख्तर/सिवान: जिले में सितंबर महीने से लेकर अबतक डेंगू के पांच मरीज मिले हैं। इससे डेंगू मरीज के इलाके में रहने वाले लोगों में डर का माहौल है। लोग अपने-आसपास लगे पानी व गंदगी की साफ-सफाई में जुट गये हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की मानें तो इससे डरने की जरूरत नहीं है। भले ही जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या पांच है, लेकिन सभी बाहर से आए हैं। हालांकि मिले मरीजों के घर के आसपास केमिकल का छिड़काव व फागिंग कार्य किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार जिले में डेंगू के तीन मरीज सितंबर महीने में ही मिले थे। इनमें से पहला डेंगू का मरीज 01 सितंबर को एम्स पटना में जांच के दौरान मिला था। दूसरा मरीज 22 सितंबर को एम्स में ही जांच के दौरान चिहिन्त हुआ था जबकि तीसरे मरीज की पहचान 30 सितंबर को पीएमसीएच में जांच के दौरान हुई थी। वहीं दो मरीज नवंबर महीने में मिले हैं। बताया जाता है कि एक मरीज मैरवा जबकि दूसरा मरीज भगवानपुर प्रखंड का है।
साधनविहीन हैं विभाग
डेंगू को लेकर विभागों से मिली जानकारी हैरान करने वाली है। जिले में डेंगू का कहर रोकने को लेकर विभागों के पास साधन ही उपलब्ध नहीं हैं। मलेरिया पदाधिकारी ने बताया कि इस विभाग में एक-दो ही मशीन हैं, जिससे मरीज मिले क्षेत्रों में छिड़काव व फागिंग कराया जाता है। कुछ ऐसा ही हाल जिला मुख्यालय स्थित नगर परिषद की भी है। नगर परिषद के पास फागिंग को लेकर पर्याप्त मशीनें उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि जल्द ही और मशीनें खरीदने की प्रक्रिया चल रही है।
क्या कहते हैं जिम्मेवार
जिला वेक्टर जनित रोग निवारण पदाधिकारी डॉक्टर एमआर रंजन ने बताया कि जिले में डेंगू के पांच मरीजों को अबतक चिन्हित किया गया है। लेकिन सभी बाहर के हैं। बावजूद इसके रोग के फैलने से रोकने को लेकर एहतियात बरता जा रहा है।