लकड़ी नबीगंज में जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर हुई आठ, इलाजरत तीनों की स्थिति खतरे से बाहर

0

✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
लकड़ी नबीगंज ओपी क्षेत्र के बाला गांव में जहरीली शराब पीकर जान गंवाने वालों का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। घटना के तीसरे दिन मंगलवार को उपचाररत दो लाेगों की मौत हो गई। इसके बाद मृतकों की संख्या छह से बढ़कर आठ हो गई है।वहीं सदर अस्पताल में तीन लोगों का इलाज चल रहा है। मृतकों में बाला गांव निवासी सुरेंद्र प्रसाद और पटना में उपचाररत दुलम मांझी शामिल हैं। जिला प्रशासन ने सुरेंद्र प्रसाद के शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया वहीं सदर अस्पताल के प्रबंधक एसरारुल हक ने बताया कि पीएमसीएच में मृत दुलम रावत के शव का पोस्टमार्टम वहीं कराया जाएगा। इसके पूर्व मंगलवार की सुबह उपचाररत तीन मरीजों को सदर अस्पताल से छोड़ दिया गया था लेकिन जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय के आदेश के बाद तीनों मरीजों को चिकित्सकों की देखरेख में उपचार हेतु वापस सदर अस्पताल बुला लिया गया।

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

WhatsApp Image 2023 01 24 at 9.26.54 PM

बताया जाता है कि 22 जनवरी को जहरीली शराब पीने के बाद दुलम रावत की आंखों की रोशनी जाने लगी थी। साथ ही उसकी स्थिति भी बिगड़ने लगी थी। इसके बाद दुलम रावत को बेहतर उपचार के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था। जहां उसकी इलाज के क्रम में मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को सुरेंद्र प्रसाद की स्थिति बिगड़ने के बाद उसे भी पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था लेकिन पटना जाने के क्रम में रास्ते में ही मौत हो गई। इन दोनों की मौत के बाद इस कांड में जान गंवाने वालों की संख्या अब बढ़कर आठ हो गई है। बता दें कि जहरीली शराब पीने से रविवार की रात से सोमवार की दोपहर तक बाला गांव निवासी जनक बिंद, धुरेंद्र मांझी, राजेश प्रसाद, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी व पड़ौली निवासी लक्षनदेव राम की मौत हो गई थी।

WhatsApp Image 2023 01 24 at 9.26.55 PM

तीन का चल रहा सदर अस्पताल में इलाज :

जानकारी के अनुसार जहरीली शराब पीने से बीमार पड़े जीतेंद्र मांझी, शंकर मांझी व लोरिक मांझी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों की मानें तो ये तीनों की स्थिति खतरे से बाहर हैं।