- भानु प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के लिए उसके मामा आज्ञा पंचायत पूर्व मुखिया प्रदीप सिंह के घर पुलिस ने की छापेमारी
- 5 दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिली सफलता
✍️ परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिवान जिले के जी.बी.नगर थाना क्षेत्र के लालगढ़ हरिहरपुर गांव में बीते रविवार को पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे एक ईंट भट्ठे के विवाद को लेकर हुई गोलीबारी मामले में 5 दिन बीत जाने के बाद भी स्थानीय पुलिस को कुछ भी सफलता हासिल नहीं हुई है।उधर पुलिस को कुछ भी सफलता नहीं हासिल होने से गोली के शिकार लोगों के परिजनों में दहशत कायम है,परिजनों का कहना है कि पुलिस इस कांड में मात्र एक हीं आरोपित को गिरफ्तार करके जेल भेजी है।दर्ज कांड के बाकी सभी आरोपी क्षेत्र के इर्द-गिर्द के इलाकों में छुपे हुए हैं।जिसके कारण हम सभी लोगों में दहशत कायम है।घटना की पुनरावृति को लेकर हम सभी लोग डरे सहमे हैं।हालांकि दर्ज कांड के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जी.बी.नगर थाना अध्यक्ष सह इंस्पेक्टर श्री अखिलेश कुमार एवं दर्ज कांड के अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर कंचन कुमारी के नेतृत्व में लगातार छापेमारी की जा रही है।
पुलिस ने अपने छापेमारी के क्रम में धोती वाला चर्चित हृदयानंद सिंह,शराब माफिया सह कई कांडों का वांछित कामता प्रसाद उर्फ भूटूर सिंह तथा भानु प्रताप सिंह को तलाश रही है।जी.बी.नगर थाने की पुलिस का कहना है कि कामता प्रसाद उर्फ भूटूर सिंह के परिवार के सभी सदस्य घर छोड़ हो गए हैं।वहीं धोती वाला चर्चित हृदयानंद सिंह के बारे में पूछे जाने पर पुलिस का कहना है कि वह गांव छोड़कर फरार है।जबकि भानु प्रताप सिंह के बारे में पूछे जाने पर पुलिस ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी के लिए बड़हरिया थाना क्षेत्र के भलुआ गांव निवासी उसके रिश्तेदार प्रोफेसर श्रीकांत सिंह व गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के आज्ञा पंचायत के पूर्व मुखिया सह भानु प्रताप सिंह के मामा प्रदीप सिंह के घर छापेमारी की गई।पुलिस ने छापेमारी के क्रम में पूर्व मुखिया प्रदीप सिंह के घर के प्रत्येक कमरे को बारी-बारी से ली तलाशी।
परंतु भानु प्रताप सिंह का कहीं सुराग नहीं लगा।कुल मिलाकर घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद भी जी.बी.नगर थाने की पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची हुई है।यहां बताते चलें कि दर्ज कांड के आरोपी शराब माफिया सह कई कांडों का वांछित कामता प्रसाद उर्फ भूटूर सिंह का पूर्व में भी लंबा चौड़ा अपराधिक इतिहास रहा है।जिसका सांठगांठ अपराधिक छवि के लोगों से है।जिसके चलते परिजनों में और ज्यादा खौफ व्याप्त है।इस गोलीबारी में खुश मोहम्मद के 3 पुत्र क्रमशः फतेह आलम,शाहीम आलम,मोहम्मद रहीम,लाल मोहम्मद का पुत्र सलीम मियां एवं रामदयाल यादव का पुत्र सुरेश यादव जो सदीद तौर जख्मी हुए हैं। सिवान सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद कई घायलों को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया है।
जहां वे इलाजरत है।इस घटना को लेकर स्थानीय गौतम बुद्ध नगर थाने में घायल फतेह आलम के फर्द बयान के आधार पर पुलिस ने सुसंगत धाराओं के अंतर्गत थाना कांड संख्या 148/ 22 दर्ज कर अपनी अनुसंधान को प्रारंभ किया था,इसी कड़ी में दर्ज कांड के अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर कंचन कुमारी ने दर्ज कांड के एक आरोपित सह उक्त घटित घटना का लाइनर उपेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर बीते सोमवार को माननीय सिवान न्यायालय में प्रस्तुत किया था।जहां सारा कागजी कोरम को पूरा करने के बाद न्यायाधीश ने उन्हें जेल की हवा खिला दी थी।कुल 8 नामजद आरोपियों में से पुलिस एक को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।इसके अलावा अन्य सभी आरोपित फरार चल रहे हैं ।
यहां बताते चलें दर्ज प्राथमिकी में लालगढ़ हरिहरपुर गांव के आसपास के इलाकों में धोती वाला चर्चित हृदयानंद सिंह,भानु प्रताप सिंह,कई मामलों का वांछित सह शराब माफिया कामता प्रसाद सिंह उर्फ भूटूर सिंह,पिंकू सिंह,अनिल सिंह,निलेश सिंह,मुकेश सिंह,उपेंद्र सिंह तथा कुल आठ 10 अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है।यहां बताते चलें कि लालगढ़ हरिहरपुर गांव अवस्थित चिमनी का विवाद जो फतेह आलम और भानु प्रताप सिंह के बीच वर्षों से चलते आ रहा था।इसी बीच फतेह आलम द्वारा न्याय की भीख मांगने के लिए दर-दर की ठोकरें खाता रहा,परंतु उसकी सुध शासन और प्रशासन किसी ने नहीं ली थी।
बहरहाल मामला चाहे जो हो घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद भी जी.बी. नगर थाने की पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। जिस कारण परिजनों में दहशत व्याप्त है और घटना को कारित करने वाले लोगों का अपराधिक इतिहास लंबा चौड़ा होने के कारण परिजनों में दिन पे दिन दहशत कायम होते जा रही है।हालांकि पुलिस दर्ज कांड के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है।छापेमारी का नेतृत्व जी.बी.नगर थाना अध्यक्ष सह इंस्पेक्टर श्री अखिलेश कुमार कर रहे हैं।इस दौरान दर्ज कांड के अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर कंचन कुमारी,बड़हरिया,पचरुखी थाना समेत अन्य थानों के पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।