परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के हसनपुरा प्रखण्ड के सभी मस्जिदों में लॉकडाउन के चलते रमजान की दूसरे जुमे की नमाज नही पढ़ी गयी लोग अपने अपने घर मे ही जोहर की नमाज अदा किया बता दें कि मुस्लिम लोगों का पाक व बरकत का महीना माहे रमजान का दूसरा असरा चल रहा है। वही घ में रहकर रोजेदारों इफ्तार कर रहें हैं। जिसको लेकर क्षेत्र में कहीं इफ्तार नही हो रहा है।
तीस दिनों का यह अक़ीदतो का पर्व मुस्लिम लोग इसे पाक व खुदा की इबादत वाला दिन मानते हैं। मस्जिदों में इसबार सिर्फ अजान ही हो रही है। जहां पिछले साल मस्जिद में नमाजियों व रोजेदारों की काफी भींड़ उमड़ रही थी। खासकर इफ्तार के समय। मगर कोरोना जैसी महामारी के चलते लोग अपने घरों में रहकर पांचों वक्त की नमाजे पढ़ रहे हैं। वही जमा मस्जिद के इमाम हाफिज वजीर आज़म साहब ने बताया कि यह महीना मोहब्बत औऱ भाईचारे का संदेश देता है।
उन्होंने कहा कि रोजा न सिर्फ भूख और प्यास बल्कि हर निजी ख्वाहिश पर काबू करने की कवायद है। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में अल्लाह के लिए हर रोजेदार बहुत ही खास होता है और अल्लाह तबारक व ताअला इस का उजर खुद फरमाएगा इस महीने में लोग फितरा और अपनी कुल संपत्ति का एक निश्चित हिस्सा निकाल कर उसे जकात के तौर पर गरीबों में बांटते हैं।