परवेज अख्तर/सिवान: नौतन एक तरफ जहां पूरा देश आजादी का 75वां वर्षगांठ मना रहा है। वहीं दूसरी ओर यूपी को जोड़ने वाली नौतन-जगदीशपुर मार्ग अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। इस सड़क पर कई जगह गड्ढे हो गए हैं तथा जगह-जगह सड़क टूट चुकी है। इस कारण इस कारण रात को कौन कहे, दिन में भी चलना खतरे के आमंत्रण देने के समान है। यह सड़क प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। यह सड़क उच्च विद्यालय सह इंटर कालेज जगदीशपुर से सिसवां मोड़ होते हुए कादिरचक, कोइरीटोला तक जर्जर अवस्था में है। प्रखंड क्षेत्र का यह मार्ग विकास के दावों की कलई खोलने का काम कर रहा है। यह सड़क दो राज्यों व तीन जिलों को जोड़ती है।
यहां पर विधानसभा एवं पंचायत चुनाव का भी बूथ बनाया जाता है। चुनाव से पूर्व बूथ निरीक्षण से लेकर चुनाव के दिन तक सभी पदाधिकारी इसी रास्ते से आते-जाते हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों की तरह यहां पहुंचने वाले पदाधिकारी भी इसे नजरअंदाज कर देते हैं। ग्रामीणों के अनुसार नौतन से कादिरचक-कीलपुर गांव की सीमा तक सड़क वर्षों पहले बनकर तैयार हो गई, जो अब टूट भी रही है। लेकिन कादिरचक से जगदीशपुर उच्च विद्यालय तक करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी यह सड़क नहीं बन सकी। इसमें कादिरचक-कीलपुर गांव की सीमा से लेकर सिसवां मोड़ तक छह सौ मीटर सड़क का टेंडर 2020 में हुआ था, लेकिन अभी तक वह भी नहीं बनाया गया। मुखिया हवलदार अंसारी द्वारा शिकायत करने के पश्चात चार महीने पहले उस पर रोड़े डाले गए, लेकिन अभी तक इतना हिस्सा भी सड़क का तैयार नहीं हो सका। इससे लोगों में रोष है।