पटना: बिहार में शराबबंदी के अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार समाज सुधार अभियान पर निकले हुए हैं। लेकिन अब नीतीश के इस समाज सुधार अभियान पर कोरोना वायरस की तीसरी लहर का साया पड़ता दिख रहा है. आने वाले दिनों में सीएम अपने इस अभियान के दौरान होने वाली जनसभा को स्थगित कर सकते हैं. सूत्रों की मानें तो इस पर सहमति बन चुकी है और केवल आधिकारिक घोषणा होना बाकी है।
नए साल में नीतीश के इस अभियान की शुरुआत गया जिले से होने वाली है लेकिन अब उनके कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. सीएम नीतीश 4 जनवरी को गया के गांधी मैदान में प्रस्तावित समाज सुधार अभियान और जनसभा को संबोधित नहीं करेंगे। अब गया की बजाय औरंगाबाद में उनका कार्यक्रम होगा। सीएम नीतीश औरंगाबाद में भी किसी जनसभा को संबोधित नहीं करेंगे। जदयू के जिलाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पटना से ऐसी सूचना आई है कि मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम अब गया में ना होकर औरंगाबाद में आयोजित की जाएगी।
हालांकि इसकी तिथि में कोई बदलाव नहीं किया गया है. गया में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण मुख्यमंत्री ने गया का कार्यक्रम रद्द करने का फैसला लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक औरंगाबाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संभावित कार्यक्रम को देखते हुए वहां तैयारियां शुरू कर दी गई है. इसको लेकर डीएम सौरभ जोरवाल एवं एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने अन्य अधिकारियों के साथ पुलिस लाइन का निरीक्षण किया. बताया जा रहा है कि पुलिस लाइन में ही मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से उतरेंगे. निरीक्षण के बाद डीएम ने बताया कि गया में कोरोना के मरीज मिलने के बाद औरंगाबाद में प्रस्तावित कार्यक्रम की जानकारी दी गई है. पुलिस लाइन मैदान में ही जीविका के अलावा कुछ महिलाओं से मिलकर बात करेंगे और शराबबंदी के बारे में जानकारी लेंगे. इसके बाद सीएम समाहरणालय स्थित योजना भवन में समीक्षा बैठक करेंगे।