टीवी और स्मार्टफोन आने के बाद चुपचाप रहने लगा रेडियो
प्रिंस पुरुषार्थी (जीरादेई)सीवान:- आधुनिकता के दौर में एक क्लिक पर देश दुनिया की तमाम सारी जानकारियां प्राप्त हो जा रही हैं। जिले के जीरादेई प्रखंड के ठेपहा के 80 वर्षीय प्रसिद्ध बर्तन व्यवसायी श्री हरिचरण प्रसाद अपने घर पर टीवी और अखबार के माध्यम से जिला ज्वार की समाचार देख रहे थे। तभी उन्होंने 70 साल पहले की अपने जमाने में रेडियो से समाचार सुनने वाली बातें बतायी।
श्री प्रसाद ने बताया कि उन दिनों रेडियो की भी अपनी एक दिनचर्या होती थी। सुबह, दोपहर, शाम के समाचार, गाने, नाटिका, किसान और फौजी भाइयों के लिए, सखियों, युवाओं, बच्चों सबके लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आते थे। वार्ता, साक्षात्कार प्रसारित होते थे। चिट्ठियां पढ़ी जातीं थीं। प्रादेशिक केन्द्रों के साथ घर-घर में विविध भारती बेहद लोकप्रिय हुआ करता था।
आज के लोगों में ऑनलाइन गेम का नशा चढ़ा हुआ हैं। और उस समय तो क्रिकेट और रेडियो का नशा भी अपने चरम पर था। एक समय वह भी आया जब टीवी और मोबाइल के घर-घर में पहुँचने के बाद रेडियो चुपचाप रहने लगा। दृश्य दिखाने वाले माध्यम को अब ज्यादा महत्ता मिलने लगी है।