- ट्रक लूटने के बाद चालक की किया हत्या
- पूर्णिया के पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दरौंदा थाना क्षेत्र के सतजोरा मठिया गांव निवासी बाशुदेव गिरि के पुत्र रामपुकार गिरि (58) को पूर्णिया में अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि रामपुकार गिरि कोलकाता में ट्रक चलाते थे. वे कोलकाता से सामान लादकर बंगाल, झारखंड एवं बिहार के अलग-अलग जिलों में पहुंचाते थे. 20 मई की रात नवगछिया थाना क्षेत्र के तेतरी जीरो माइल एनएच 31 पर से 518 बोरी मक्का लदे ट्रक को चार अपराधियों ने हथियार के बल पर लूट लिया था. वहीं शव बुधवार को पूर्णिया जिले के मोहनपुर ओपी क्षेत्र के बलिया धार किनारे से पुलिस ने शव को बरामद किया. चालक का शव पूरी तरह सड़े गले व नग्न अवस्था में बरामद हुआ. चालक के सिर व कनपट्टी पर तीन गोली मारे जाने के निशान मिले है. वहीं हत्या करने के बाद शव को बलिया धार किनारे जलकुंभी के बीच गड्ढा कर गाड़ दिया गया था. शव काफी दुर्गंध कर रहा था. जिसको आवारा पशुओं के झुंड नोचना शुरु कर दिया था. आवारा पशुओं के झुंड देखकर ग्रामीणों ने मोहनपुर ओपी को सूचना दिया. जहां से पुलिस ने बुधवार को शव को बरामद किया.
बंगाल के ट्रक मालिक ने ट्रक गुम होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी
कोलकाता से ट्रक चालक राम पुकार गिरी ट्रक लेकर बिहार के पूर्णिया में मक्का बेचने के लिए आए थे. 19 मई के बाद ट्रक चालक से मालिक की संपर्क टूट गया तो ट्रक मालिक 20 मई को पूर्णिया पहुंचे. नवगछिया पहुंचने के बाद उन्होंने नवगछिया थाना में ट्रक गुम होने की प्राथमिकी दर्ज कराई. पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ट्रक की खोज में लग गए. अपराधियों ने ट्रक पर लदे मक्का खाली कर के परबत्ता थाना के जाह्नवी चौक पर खड़ा कर दिया था. जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया. इधर शव को अपने कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को शौप दिया गया. इधर मौत की खबर सुनकर प्रखंड क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. वही थाना क्षेत्र के सतजोरा मठिया में गुरुवार की दोपहर में शव आते ही परिजनों की चीख से वातावरण गमगीन हो गया. बतादें कि राम पुकार गिरि की पत्नी सुनीता देवी रो-रो कर मूर्छित हो जा रही है. तीन लड़के पंकज कुमार पवन कुमार एवं प्रिंस कुमार है. वही एक लड़की काजल कुमारी है. कोलकाता में रहकर गाड़ी चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे.