मुख्य बाजार में शौचालय की व्यवस्था नहीं रहने से महिलाओं को होती है दिक्कत
परवेज अख्तर/सिवान: केंद्र सरकार व राज्य सरकार भले ही विकास के इस दौर में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों के प्रति खुले में शौच मुक्त बनाने को लेकर शहर से लेकर गांव में निर्मल भारत अभियान व अन्य योजना के तहत शौचालय निर्माण हेतु चलाया जा रहा है. सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. शौचालय विहीन परिवारों के घरों में भी तेजी के साथ शौचालय बन रहे हैं. हर घर में शौचालय हो इसके लिए आम आवाम को जागरूक भी किया जा रहा है. लेकिन नगर पंचायत गुठनी स्थित प्रमुख चौक चौराहों पर आज भी सुलभ शौचालय नदारद है जिससे शौचालय विहीन चौक ओडीएफ अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है.इधर प्रखंड के अधिकांश चौकों पर सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से बाजार आ रहे ग्रामीण अथवा अन्यत्र शहरों से गुठनी पहुंचे लोगों को विभिन्न परेशानियों के बीच गुजरना पड़ता है. खासकर महिलाओं व छात्राओं को काफी फजीहत उठानी पड़ रही है साथ ही पुरुष को यहां आने पर शौच के लिए सोचने को विवश होना पड़ता है.
जानकारी के अनुसार प्रखंड मुख्यालय और नगर पंचायत कार्यालय में शौचालय का निर्माण हुआ है.इसके साथ ही एक भी चलंत शौचालय का निर्माण गुठनी नगर पंचायत के किसी वार्डो में उपलब्ध नहीं है. जिसको लेकर विभिन्न क्षेत्र से आए लोगों को शौचालय के लिए काफी परेशानी होती है. वहीं नगर के मुख्य मार्ग पटेल चौक, तेंनुआ चौराहा, नीमतला चौक, सेलौर चौराहा, जतौर बाजार आदि प्रमुख स्थान आज भी सुलभ शौचालय विहीन है. इसके अलावा नगर पंचायत में मूत्रालय की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. लिहाजा लोग विभिन्न सार्वजनिक स्थलों के समीप ही यंत्र तंत्र मूत्र त्याग करते हैं. प्रखंड में क्षेत्रीय लोग सुलभ शौचालय के आज भी मोहताज हैं. इसके बावजूद जनप्रतिनिधि व अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं. बाजार में प्रतिदिन हजारों लोगों का आना जाना होता है कोई बस पकड़ने तो कोई बाजार करने आता है इसमें पुरुष तो किसी तरह खुले में शौच क्रिया कर लेते हैं लेकिन महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
दो वर्ष पूर्व गुठनी को नपं का सरकार ने दिया था दर्जा
गुठनी बाजार को नगर पंचायत बने भले ही दो वर्ष हो गए लेकिन विकास की स्थिती पूर्ववत ही दिख रहा है सही माने तो पूरे दो वर्षो में सड़कों की पक्कीकरण छोड़ के दूसरा कोइ कार्य नहीं दिख रहा है, गुठनी पूर्वी पंचायत और पश्चिमी पंचायत को मिलाकर नगर पंचायत का गठन कर दिया गया, लेकिन गांवों से बाजार तक हालात ज्यों की त्यों बना हुआ है. पूरे बाजार में एक भी स्थान पर न तो सार्वजनिक शौचालय ही बन पाया न ही मूत्रालय ही बना पाए,वही प्रखंड क्षेत्र में स्थित दर्जनों चौक चौराहों पर कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं.
क्या कहते हैं चेयरमैन
नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश गुप्ता का कहना है कि नगर पंचायत की बैठक में प्रमुखता से चर्चा कर नगर पंचायत में सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय निर्माण कराया जायेगा.