आंगनबाड़ी केंद्रों की कुव्यवस्था का मामला छाया
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया प्रखंड कार्यालय के सभागार में सोमवार को प्रमुख रहीमा खातून की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक हंगामे के बीच संपन्न हुई. हालांकि इस सौहार्दपूर्ण लेकिन हंगामेदार बैठक में विभिन्न कार्यालयों के पदाधिकारियों की अनुपस्थिति का मुद्दा छाया रहा. बीडीसी सदस्यों ने उनकी गैरहाजिरी को लेकर आपत्ति दर्ज करायी.वहीं सबसे पहले पूर्व बीडीसी सदस्य मो मजिबुल्लाह के निधन को लेकर शोक मनाया गया. जिसमें उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. उसके बाद बीडीसी सदस्यों ने आंगनबाड़ी, जनवितरण प्रणाली, बिजली कंपनी, हॉस्पिटल आदि से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाया. साथ ही, बीडीसी सदस्यों ने बीपीआरओ से कार्य योजनाओं के आबंटन में भेदभाव करने का मुद्दा उठाया.
हालांकि बाद में बीपीआरओ सूरज कुमार व प्रमुख रहीमा खातून ने सभी बीडीसी सदस्यों को समान रूप से कार्य देने व सबकी भावनाओ का आदर करने का आश्वासन दिया. बीडीसी सदस्य मधुप मिश्र ने आंगनबाड़ी में व्याप्त कुव्यवस्था का मामला उठाया. उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में संसाधनों का घोर अभाव है.वहीं मो इसरायल हुसैन ने बिजली कंपनी पर उपभोक्ताओं का ख्याल नहीं रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली कंपनी के तार या पोल टूटने पर त्वरित करवाई नहीं की जाती है. वही जनप्रतिनिधियों बिजली कंपनी पर फोन नहीं उठाये जाने का आरोप लगाया है.वहीं जुनैद आलम ने कहा कि पशुपालन विभाग पर घोर अनियमितता आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी पशु चिकित्सालय में कोई भी डॉक्टर नहीं रहता है. जिससे पशुपालकों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि हम जनप्रतिनिधियों को पता नहीं है कि इसमें कौन चिकित्सक है? उन्होंने जनवितरण प्रणाली की दुकानों में केवल चावल देने का मामला उठाया. इस पर एमओ शब्बू ख़ातून ने कहा कि इसकी जांच कराई जा रही है व इसका निराकरण कर लिया जाएगा. वहीं उन्होंने मनरेगा तहत मजदूरों को तीन माह से मजदूरी नहीं मिलने को मामला सदन में उठाया.उन्होंने कहा कि मजदूरों को 14 दिनों में मजदूरी दे देने का प्रावधान है. बीडीसी सदस्य फहीम आलम ने पीएचसी में दवाओं की अनुपलब्धता का मसला उठाया.जबकि बीडीसी सदस्य समीउल्लाह अंसारी ने अंचल कार्यलाय में दाखिल-खारिज के दौरान लूट खसोट होने का मामला उठाया. इस पर सीओ अनिल कुमार श्रीवास्तव ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया.बीडीसी सदस्यों के स्कूलों में पीटी परेड नहीं कराने के सवाल पर बीपीआरओ ने जनप्रतिनिधियो से आग्रह किया कि वे खुद स्कूल जाय व निरीक्षण करे.
प्रखंड की हरदोबारा पंचायत के तिलसंडी गांव की सड़क बिना बनाये राशि उठा लेने का आरोप लगाया गया. साथ ही,उक्त मद की राशि की वापसी की मांग की गई.इस पर बीपीआरओ ने इसकी जांच कराने का आश्वासन दिया. वहीं कृषि विभाग से किसान सम्मान निधि योजना के लाभुकों की सूची की मांग करते हुए बीडीसी सदस्यों ने डीजल अनुदान की जानकारी मांग की गयी. इस मौके बीडीओ प्रणव कुमार गिरि, उपप्रमुख रामकली देवी, बीइओ शिवशंकर झा, मनरेगा पीओ भास्कर सिंह,हेल्थ मैनेजर महताब अनवर, लैला बेगम,मकसूद आलम, वकील अहमद, मुखिया बबीता देवी, पिंकी देवी,राजीव कुमार सिंह, कमलेश्वर सिंह, कौलेश्वर महतो, आलमगीर, फसीहुजमा, सजय प्रसाद, मधुप मिश्र, समीउल्लाह अंसारी, नवनीत सिंह, शिवशंकर राम, राम इकबाल साह सहित सभी बीडीसी सदस्य व मुखिया मौजूद थे. बहरहाल, पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था के बीच पंचायत समिति की बैठक संपन्न हुई.