पटना: बिहार के 31 IPS का प्रमोशन हो चुका है, जिसमें पटना SSP उपेंद्र कुमार शर्मा का भी प्रमोशन हो गया। ऐसी स्थिति में पटना में नए SSP की तैनाती होनी है। कयासों का दौर जारी है। लोग कहते हैं कि कहीं 2003 वाली पुनरावृति न इस बार हो जाए जब सीनियर बैठे रह गए और जूनियर के हाथों में पटना की कमान सौंप दी गयी।
कहा जाता है वर्ष 2003 में आर.के.मिश्रा, शोभा ओहटकर और ए.के.अंबेडकर की वरीयता थी परंतु सरकार ने इन तीनों की वरीयता को दरकिनार कर नैय्यर हसनैन खान को पटना का SSP बना दिया था। लोग कह रहे हैं लगता है इस बार भी ऐसा ही कुछ होने वाला है। सूत्रों की माने तो 2009 व 2010 बैच को दरकिनार कर 2011 बैच के IPS को पटना का SSP बनाया जा सकता है। इसके लिए एक लाबी भी काम कर रही है। कहा जा रहा है कि अगर 2009 बैच के IPS को पटना का SSP बनाया जाता है तो उनका कार्यकाल मात्र एक वर्ष रहेगा।
वैसे 2009 बैच के अधिकारियों के कई नाम पर भी चर्चा चल रही है। उसमें नवीन चंद्र झा, बाबू राम, जयंत कांत, मानवजीत सिंह ढ़िल्लों और हरप्रीत कौर के नाम की भी चर्चा है। वैसे मुख्यमंत्री कभी-कभी पटना के SSP की पोस्टिंग में चौंकाने वाला निर्णय भी लेते रहे हैं….जैसे आर.मलर.विजि व गरिमा मल्लिक का नाम उदारहण के तौर पर है। सभी को अंदाज है कि इस बार भी कुछ चौंकाने वाला नाम पटना के SSP के रूप में आ सकता है….