पटना: हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बाद पश्चिम बंगाल से तीन शराब माफिया को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्त में आए रमेश तिवारी, राजेश तिवारी और राहुल तिवारी को रविवार को कोलकाता से गिरफ्तार करने के बाद मद्यनिषेध इकाई की टीम बिहार लेकर पहुंची है। रमेश और राजेश आपस में भाई हैं जबकि राहुल, रमेश तिवारी का पुत्र है। तीनों बड़े पैमाने पर बिहार में अवैध स्प्रिट और शराब की खेप भेजते थे। इनके लिंक दूसरे राज्यों के स्प्रिट कारोबारियों से भी हैं।
मद्यनिषेध इकाई के मताबिक शराबबंदी के बाद तीनों बिहार-झारखंड के अवैध स्प्रिट और शराब धंधेबाजों के साथ मिलकर ट्रक और टैंकर के लिए बड़ी खेप बिहार भेजते थे। इनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार है और खुद इनके पास 8-10 टैंकर हैं जो कोलकाता में यूनिक उद्योग प्राइवेट के नाम से चलता है। ट्रांसपोर्ट की आड़ में दिल्ली निवासी और अवैध स्प्रिट के बड़े कारोबारी सुनील भारद्वाज, बलिराम गुप्ता व झारखंड निवासी संतोष मंडल के साथ मिलकर स्प्रिट की खेप राज्य में भेजते थे। दिसम्बर 2021 में इनके द्वारा भेजा गया एक ट्रक अवैध स्प्रिट बोधगया पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। इसी मामले में तीनों को गिरफ्तार भी किया गया है। हालांकि इसके अलावा भी राज्य के कई थानों में इनके खिलाफ कांड दर्ज हैं।
मद्यनिषेध इकाई के मुताबिक रमेश तिवारी, राजेश तिवारी और राहुल तिवारी के खिलाफ पूर्णियां में 3, गया, अरवल और सारण में 1-1 मामले दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी से अवैध स्प्रिट और शराब की सप्लाई पर व्यापाक प्रभाव पड़ेगा। फिलहाल मद्यनिषेध की एसआईजी टीम इनसे पूछताछ कर रही है। अवैध धंधे के नेटवर्क को लेकर कई अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है। वर्ष 2022 में अबतक मद्यनिषेध इकाई द्वारा राज्य के बाहर से 19 शराब और स्प्रिट माफियाओं को गिरफ्तार किया गया है।